बांग्लादेश के पाकिस्तान दौरे को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच 21 अगस्त से रावलपिंडी में दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज होना है जिसके लिए अब मेहमान टीम बांग्लादेश 5 दिन पहले 12 अगस्त को पाकिस्तान के लिए रवाना होगी। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने बांग्लादेश में जारी हिंसा के कारण रावलपिंडी में निर्धारित तारीख से पहले सभी आवश्यक प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करते हुए बांग्लादेश की मेजबानी करने की पेशकश की थी।
पहले बांग्लादेश की टीम को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद 17 अगस्त को पहुंचना था लेकिन अब मेहमान टीम 13 अगस्त को लैंड करेगी। साल 2020 के बाद से बांग्लादेश का ये पहला पाकिस्तान दौरा होगा पीसीबी ने पुष्टि की है कि बांग्लादेश की टीम 14-16 अगस्त तक गद्दाफी स्टेडियम में ट्रेनिंग करेंगी और उसके बाद 17 अगस्त को इस्लामाबाद जाएगी, जहां 18-20 अगस्त तक रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में प्रैक्टिस सेशन में हिस्सा लेगी। पीसीबी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर सलमान नसीर ने कहा, "गेम केवल जीत और हार के बारे में नहीं है, यह भाईचारे के बारे में भी है। मुझे पूरा भरोसा है कि लाहौर में अतिरिक्त प्रशिक्षण सत्र खिलाड़ियों को वैश्विक मंच पर अपने सर्वश्रेष्ठ कौशल और प्रतिभा का प्रदर्शन करने का मौका प्रदान करेगा।"
इस दिन पहुंचेगे पाकिस्तान
उन्होंने आगे कहा, "हमें खुशी है कि बीसीबी ने हमारे प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है और हम 13 अगस्त को लाहौर में बांग्लादेश की पुरुष क्रिकेट टीम का हमारे पारंपरिक आतिथ्य के साथ स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं। इससे उन्हें इस्लामाबाद जाने से पहले हमारे किसी प्रतिष्ठित वेन्यू पर तीन अतिरिक्त दिन ट्रेनिंग और प्रैक्टिस करने का मौका मिलेगा।"
एक अन्य घटनाक्रम में, बांग्लादेश के विदेशी कोचिंग स्टाफ ने बांग्लादेश में प्रैक्टिस सेशन से बाहर रहने का ऑप्शन चुना है, क्योंकि उनके संबंधित दूतावासों ने देश में जारी तनाव के कारण विदेशी नागरिकों की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। विदेशी कोचिंग स्टाफ में मुख्य कोच चंदिका हथुरुसिंघा, गेंदबाजी कोच आंद्रे एडम्स, सहायक कोच निक पोथास, स्पिन सलाहकार मुश्ताक अहमद, बल्लेबाजी कोच डेविड हेम्प और स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच नाथन केली शामिल हैं।
बीसीबी के एक अधिकारी ने क्रिकबज को बताया, "हम उन्हें (विदेशी कोचिंग स्टाफ को) उनके यात्रा प्रतिबंधों के कारण अभ्यास सत्रों में भाग लेने के लिए बाध्य नहीं कर सकते। यह सच है कि शहर में कई पुलिस स्टेशन अभी भी काम नहीं कर रहे हैं, जो एक बड़ी चिंता का विषय है। हम टीम को पहले पाकिस्तान ले जाने पर काम कर रहे हैं।"