PAK vs ENG: पाकिस्तान को साल 2022 में अपने घर में दूसरी टेस्ट सीरीज में हार मिली है। साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया ने बाबर आजम की अगुआई वाली टीम को उन्हीं के घर में 1-0 से हराया था। अब इंग्लैंड ने तीन मैचों की सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली है। सीरीज के पहले मुकाबले में जो रावलपिंडी में खेला गया था इंग्लैंड ने 74 रनों से पाकिस्तान को मात दी थी। इसके बाद मुल्तान में खेला गया दूसरा मुकाबला भी मेहमान अंग्रेज टीम ने 26 रनों से जीतकर 22 साल बाद पाकिस्तान में टेस्ट सीरीज जीती। पाकिस्तान की हार के बाद टीम के कप्तान बाबर आजम बुरी तरह तिलमिलाए दिखे।
इंग्लैंड के हाथों दूसरा टेस्ट और तीन मैचों की सीरीज गंवाने के बाद पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम अपनी टीम पर बरसे। उन्होंने मैच के बाद स्वीकार किया कि उनके खिलाड़ी एक यूनिट के रूप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। बाबर ने मुल्तान टेस्ट में हार के बाद कहा ,‘‘हमें जीतने के कई मौके मिले लेकिन हम एक टीम के रूप में उन्हें भुना नहीं सके। हमें आज भी मौका मिला था लेकिन हम फिनिशिंग तक नहीं ले जा पाए। मुझे लगता है कि एक टीम के रूप में हम अच्छा नहीं खेल पाए।’’
ये बहाना है या हार का कारण
बाबर आजम ने आगे कहा,"हमारे कई गेंदबाज फिट नहीं थे जिसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ा लेकिन यह कोई बहाना नहीं है। हमने एक टीम के तौर पर अच्छा नहीं खेला और हम नहीं जीत पाए।" आपको बता दें कि पाकिस्तान के प्रमुख तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी घुटने की चोट के कारण वर्ल्ड कप के बाद से ही टीम से बाहर हैं। वहीं अन्य स्टार तेज गेंदबाज हारिस रऊफ को भी पहले टेस्ट के दौरान जांघ की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण बाहर होना पड़ा। युवा पेसर नसीम शाह भी कंधे में चोट के कारण मुल्तान टेस्ट में नहीं खेल पाए। हालांकि, डेब्यूटेंट अबरार अहमद ने अच्छी गेंदबाजी की लेकिन बल्लेबाज टीम को जिताने में नाकामयाब साबित हुए।
इसलिए भारी पड़ी यह हार...
पाकिस्तान की यह हार उनके लिए इसलिए और भारी पड़ी क्योंकि इसी के साथ वह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की रेस से भी बाहर हो गए। पाकिस्तान अब इस हार के बाद पॉइंट्स टेबल में छठे स्थान पर खिसक गया। पाकिस्तान के अब 11 मैचों में 4 जीत, 5 हार और दो ड्रॉ के बाद विनिंग पर्सेंट अंक 42.42 हैं। वहीं इंग्लैंड भी लगभग इस प्रतिस्पर्धा से बाहर ही है लेकिन टीम ने पिछले 9 मैचों में से 8 जीतकर वापसी शानदार की और पांचवें स्थान पर जगह बना ली। 21 मैचों में 9 जीत 8 हार और 4 ड्रॉ के साथ इंग्लैंड के पॉइंट्स 44.44 हैं। वहीं चौथे पर काबिज भारत 52.08, तीसरे पर श्रीलंका 53.33, दूसरे पर साउथ अफ्रीका 60 विनिंग पर्सेंट के साथ फाइनल की रेस में बरकरार हैं। ऑस्ट्रेलिया 75 प्रतिशत के साथ टॉप पर काबिज है।