भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 7 जून से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण का फाइनल मुकाबला खेला जाना है। लंदन के ओवल में गेंद और बल्ले के बीच होने वाली इस लड़ाई से पहले शब्दों की लड़ाई शुरू हो चुकी है। इसी कड़ी में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस का एक ऐसा बयान सामने आया जो शायद भारतीय फैंस को रास नहीं आएगा। कमिंस ने ऑस्ट्रेलियाई मीडिया सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड से बात करते हुए कहा है कि, ज्यादातर लोग भूल गए हैं कि हमने भारत को WTC फाइनल में पहुंचाया था।
दरअसल यह बात कमिंस ने इस मौजूदा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप को लेकर नहीं कही है। इस संस्करण में ऑस्ट्रेलिया 19 में से 11 टेस्ट मैच जीतकर टॉप पर रहा है। एकमात्र सीरीज में हार उसे भारत के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2023 में झेलनी पड़ी थी। इस सीरीज के जीतने के बाद भारतीय टीम ने फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले ही फाइनल में पहुंच चुकी थी। पर अगर पहले संस्करण की बात करें तो वहां ऑस्ट्रेलियाई टीम पॉइंट्स टेबल में तीसरे स्थान पर रही थी। उस सीजन भारत और न्यूजीलैंड के बीच फाइनल खेला गया था। कीवी टीम ने साउथैम्पटन में हुए उस मैच में टीम इंडिया को हराकर पहला आईसीसी खिताब जीता था।
'हमने भारत को WTC Final में पहुंचाया...'
कमिंस ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पहले संस्करण को याद करते हुए बयान दिया कि, हमने इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहले पहुंचाया था, मुझे लगता है कि शायद लोग यह भूल गए हैं। शायद उस समय हमें उसके बारे में ज्यादा अंदाजा नहीं लग पाया था क्योंकि तब सब नया था। दरअसल हुआ यह था कि भारत के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को स्लो ओवर रेट के चलते अंक गंवाने पड़े थे। जिसका नुकसान उनको हुआ और न्यूजीलैंड ने फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया। कमिंस ने आगे कहा कि, पिछली बार (WTC के पहले फाइनल में) इंग्लैंड में न्यूजीलैंड ने अच्छा खेला था। वहां हमें होना चाहिए था। यह सोचकर हमने इस बार खेला और पहली बार में मौका गंवाने के बाद इस बार हमें और अच्छा करने के लिए बूस्ट मिला।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आईसीसी नॉकआउट में यह 7वीं भिड़ंत होगी। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भारत का यह लगातार दूसरा फाइनल है। टीम इंडिया अपने 10 साल के आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म करने उतरेगी। वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम WTC का खिताब जीतकर ऐसा कारनामा करेगी जो अभी तक दुनिया की कोई भी टीम नहीं कर पाई है। हालांकि, टीम इंडिया भी इस रिकॉर्ड को अपने नाम कर सकती है। अब देखना होगा कि कौन बाजी मारता है।