ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के पहले टेस्ट में वेस्टइंडीज के पास इतिहास रचने का बेहतरीन मौका है। कैरेबियाई टीम पर्थ में जारी टेस्ट मैच के आखिरी दिन 306 रन बनाकर ढाई दशक से ज्यादा लंबे इंतजार को खत्म कर सकती है। विंडीज ने इसी मैदान पर पिछली बार ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में 1 फरवरी 1997 को शुरू हुए टेस्ट में हराया था। वेस्टइंडीज ने इस मैच को 10 विकेट से जीता था। इसके बाद विंडीज ने ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर 14 टेस्ट मैच खेले जिसमें 12 में उसे हार मिली और 2 मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ। पर्थ में चल रहे टेस्ट के अंतिम दिन वेस्टइंडीज के पास हाल के लंबे सिलसिले को खत्म करने का मौका होगा।
कप्तान ब्रेथवेट को खेलनी होगी बड़ी पारी
वेस्टइंडीज ने शनिवार को स्टंप्स तक अपनी दूसरी पारी में 62 ओवर में तीन विकेट पर 192 रन बना लिए। उसे ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के लिए 306 रन की जरूरत है। वेस्टइंडीज के लिए दूसरी पारी में कप्तान क्रेग ब्रेथवेट नाबाद 101 रन बना चुके हैं जो 80 टेस्ट में उनका 11वां शतक है। ब्रेथवेट इस दौरान 5,000 टेस्ट रन पूरे करने वाले वेस्टइंडीज के 13वें बल्लेबाज बन गए। उन्होंने और डेब्यू कर रहे सलामी बल्लेबाज तेजनारायण चंद्रपाल ने पहले विकेट के लिये 116 रन की भागीदारी निभाई। चंद्रपॉल जूनियर ने पहली पारी में अर्धशतक लगाया लेकिन दूसरी पारी में 5 रन से चूक गए, वह 45 रन बनाकर आउट हुए। चौथे दिन का खेल खत्म होते समय कप्तान ब्रेथवेट के साथ दूसरे छोर पर काइल मेयर्स थे जिन्होंने खाता नहीं खोला है।
लाबुशेन ने दिया विंडीज को मुश्किल लक्ष्य
मार्नस लाबुशेन ने पहली पारी में 204 रन बनाने के बाद दूसरी पारी में नाबाद 104 रन की पारी खेली जिससे वह एक ही टेस्ट में शतक और दोहरा शतक जड़ने वाले तीसरे आस्ट्रेलियाई क्रिकेटर बन गए। लाबुशेन ने अपनी 110 गेंदों की इस पारी में 13 चौके और दो छक्के लगाए। इस पारी के दम पर आस्ट्रेलिया ने शुरूआती टेस्ट में वेस्टइंडीज को जीत के लिये 498 रन का लक्ष्य दिया। आस्ट्रेलिया ने लंच तक अपनी दूसरी पारी दो विकेट पर 182 रन पर घोषित की। तब लाबुशेन 104 और स्टीव स्मिथ 20 रन बनाकर नाबाद थे।