AUS vs SA: ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया पहला टेस्ट मैच रविवार को दूसरे दिन ही समाप्त हो गया। मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे दिन के तीसरे सत्र में दक्षिण अफ्रीका के 36 रन के लक्ष्य को चार विकेट गंवाकर हासिल कर लिया। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इस मुकाबले को 6 विकेट से जीतने के साथ ही तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की अजेय बढ़त भी बना ली। गाबा के मैदान में महज 7 सत्र में खत्म हुए मुकाबले में तेज गेंदबाज पूरी तरह से हावी रहे। जबकि दोनों टीम के बल्लेबाज रन बनाने के लिए जूझते रहे। ऐसे में इस मैच में इस्तेमाल हुई पिच को लेकर हंगामा शुरू हो गया है। दक्षिण अफ्रीकी कप्तान डीन एल्गर से लेकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग तक सभी ने सवाल खड़े करते हुए आईसीसी पर निशाना साधा है।
सहवाग ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए सवालिया लहजे में लिखा, '142 ओवर और 2 दिन भी नहीं चले और उनके पास पिचों की जरूरत पर ज्ञान देने की हिम्मत है। अगर यह भारत में होता, तो इसे टेस्ट क्रिकेट का अंत, टेस्ट क्रिकेट को बर्बाद करने और न जाने क्या-क्या कहा जाता। दोहरा मापदंड।' #AUSvSA
वहीं दक्षिण अफ्रीकी कप्तान डीन एल्गर ने कहा कि जब हमने अंपायरों से बल्लेबाजी के खतरों के बारे में पूछा तो उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया। एल्गर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'आपको खुद से पूछना है। क्या यह पिच इस प्रारूप के लिए अच्छी है? दो दिन में 34 विकेट, मैं कहूंगा कि यह एकतरफा मामला रहा। हम खेल को चार या पांच दिनों तक चलते देखना चाहते हैं। मुझे नहीं लगता कि यह बहुत अच्छा टेस्ट विकेट था।
सहवाग और एल्गर के अलावा पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफर ने एक मीम के जरिए भारतीय पिचों के आलोचकों पर निशाना साधा और तीखा हमला बोला। इसमें उन्होंने दिखाने की कोशिश की कैसे कुछ लोगों का रवैया पिचों को लेकर भेदभाव वाला रहता है।
मैच की बात करें तो यहां ब्रिस्बेन में खेले गए पहले मैच में कुल 504 रन बने जबकि 34 विकेट गिरे, जिसमें 30 विकेट तेज गेंदबाजों और सिर्फ 4 स्पिनर के खाते में गए। दक्षिण अफ्रीकी टीम पहली पारी में 152 तो दूसरी पारी में 99 रन पर ही सिमट गई। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 218 और जबकि दूसरी पारी में चार विकेट खोकर 35 रन बनाए।