Fastest centuries in ODIs Asif Khan v Nepal 2023 : क्रिकेट की दुनिया में रोज ही कहीं न कहीं मैच होते ही रहते हैं। मैच होते हैं तो रिकॉर्ड भी बनते और बिगड़ते रहते हैं। इस बीच एक खिलाड़ी ने वनडे इंटरनेशनल में नया इतिहास रचने का काम किया है। एक नामालूम से खिलाड़ी ने इतना तेज शतक लगाया कि बड़े बड़े दिग्गज पीछे छूट गए और शाहिद अफरीदी और एबी डिविलियर्स का रिकॉर्ड तो टूटते बचा। हालांकि एसोशिएट नेशंस की बात की जाए तो ये सबसे तेज शतक है। हम बात कर रहे हैं, आसिफ खान की। हो सकता है कि आप उन्हें न जानते हों, लेकिन अब उन्होंने ऐसा कारनाम किया है कि आप जान ही जाएंगे। चलिए बात करते हैं उनके कमाल के कीर्तिमान की।
वनडे इंटरनेशनल में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड एबी डिविलियर्स के नाम
वनडे इंटरनेशनल में सबसे तेज शतक लगाने का कीर्तिमान दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स के नाम पर है। उन्होंने साल 2015 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 31 गेंद पर 100 रन बनाने काम किया है। ये ऐसा रिकॉर्ड है, जो अभी तक अटूट है। कई बार कई खिलाड़ी इसके करीब तक आए, लेकिन कीर्तिमान अभी तक जस का तस है। इसके बाद नंबर आता है कोरी एंडरसन का, जिन्होंने साल 2014 में 36 गेंद पर वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक लगा दिया था। इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर शाहिद अफरीदी का नाम आता है। जिन्होंने साल 1996 में श्रीलंका के खिलाफ 37 गेंद पर शतक लगाया था। शाहिद अफरीदी के नाम कई साल तक सबसे तेज वनडे शतक का रिकॉर्ड रहा, लेकिन साल 2015 में इसे तोड़ने का काम एबी डिविलियर्स ने किया। अब आप चौंक जाएंगे, क्योंकि इस लिस्ट में नंबर चार पर आ गए हैं आसिफ खान। यूएई के आसिफ खान ने नेपाल के खिलाफ 41 गेंद पर सैकड़ा लगा दिया है। अब वे दक्षिण अफ्रीका के मार्क बाउचर से आगे निकल गए हैं। मार्क बाउचन ने साल 2006 में जिम्बाब्वे के खिलाफ 44 गेंद पर शतक लगाया था।
आसिफ खान ने नेपाल के खिलाफ 41 गेंदों पर जड़ा शतक
आसिफ खान संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई के लिए क्रिकेट खेलते हैं। वैसे एसोशिएट नेशंस के लिए ये सबसे तेज शतक है, जो आसिफ खान ने लगाया है। यूएई का जब नेपाल से मैच हो रहा था तो मोहम्मद वीसम ने 49 गेंद पर 63 रन बनाए, वहीं मैच के असली हीरो तो आसिफ खान ही रहे। आसिफ खान का जन्म तो वैसे लाहौर में हुआ था, लेकिन वे यूएई के लिए खेलते हैं। आसिफ खान ने अपनी पारी के दौरान 42 गेंदों का सामना किया और नाबाद 101 रन जड़ दिए। आसिफ खान ने क्रीज पर आते ही गेंदबाजों की क्लास लगानी शुरू कर दी और जैसे जैसे मैच आगे बढ़ता गया वे और भी ज्यादा विस्फोटक हो गए। यही कारण रहा कि जब मैच के 50 ओवर पूरे हुए तो यूएई की टीम का स्कोर 310 तक जा पहुंचा।