एशिया कप 2023 के वेन्यू को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। जिस पर अब फैसला होने की खबरें सामने आ रही है। सोमवार दोपहर को जानकारी मिली थी कि बांग्लादेश और श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने भी भारत के फैसले का समर्थन किया था। कुछ दिनों पहले तक यह कहा जा रहा था कि, अगर पाकिस्तान इस टूर्नामेंट को अपने घर में होस्ट करने की जिद्द पर अड़ा रहा तो इसे रद्द कर दिया जाएगा। लेकिन अब इन सभी अटकलों पर विराम लगता दिख रहा है। इस टूर्नामेंट की मेजबानी फिलहाल पाकिस्तान से छिन गई है और एक नए देश को इसे सौंपा गया है। पीटीआई/भाषा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एशिया कप 2023 को अब पाकिस्तान की बजाय श्रीलंका में शिफ्ट किया गया है। इस रिपोर्ट में फिलहाल यह भी कहा गया है कि, पाकिस्तान इस टूर्नामेंट में खेलेगा या नहीं इस पर फैसला नहीं हुआ है।
पाकिस्तान इस टूर्नामेंट को बॉयकॉट भी कर सकता है। आपको बता दें कि एशिया कप का इस बार 50 ओवर फॉर्मेट में आयोजन होगा। इसके लिए सितंबर का विंडो फाइनल किया गया है। अभी हालांकि, इसका शेड्यूल नहीं सामने आया है। एक बात और बता दें कि ऐसा अभी रिपोर्ट्स में सामने आया है, इसको लेकर आधिकारिक ऐलान होना अभी बाकी है। रिपोर्ट के मुताबिक पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) के ‘हाइब्रिड मॉडल’ पर टूर्नामेंट की मेजबानी करने के प्रस्ताव को सदस्य देशों ने खारिज कर दिया। सितंबर के महीने में यूएई में अत्यधिक उमस भरी परिस्थितियों में खिलाड़ियों के चोटिल होने की संभावना को देखते हुए श्रीलंका छह देशों के टूर्नामेंट की मेजबानी करने के मामले में सबसे आगे है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस अनदेखी के बाद पाकिस्तान टूर्नामेंट में भाग लेगा या नहीं।
इन दो जगहों पर खेला जा सकता है टूर्नामेंट
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि, एशिया कप 2023 का आयोजन अगर श्रीलंका जाता है तो इसका आयोजन डाम्बुला और पल्लेकल (Pallekele) में हो सकता है। कोलंबो में सितंबर के महीने में मॉनसून का सीजन रहता है। इस कारण यह दो शहर फाइनल हो सकते हैं। उधर पाकिस्तान अगर आता है तो यह छह देशों का टूर्नामेंट होगा। वरना यह भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और नेपाल के बीच हो सकता है। अगर पाकिस्तान इस टूर्नामेंट को बॉयकॉट करता है तो वर्ल्ड कप 2023 को लेकर भी सस्पेंस पैदा हो सकता है।
एसीसी के सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए बताया कि, नजम सेठी (पीसीबी अध्यक्ष) इस मामले पर समर्थन हासिल करने के लिए आज दुबई में थे लेकिन उनके प्रस्ताव का किसी ने समर्थन नहीं किया। उन्होंने भारत के मैचों के अलावा सभी मुकाबलों के लिए पाकिस्तान के कराची या लाहौर का विकल्प दिया था। श्रीलंका हमेशा बीसीसीआई के साथ था और अब बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने भी सेठी के इस प्रस्ताव का विरोध किया।
क्यों नहीं लागू हुआ हाइब्रिड मॉडल?
सूत्र ने आगे कहा कि, एसीसी ने हमेशा कहा है कि ‘हाइब्रिड मॉडल’ सैद्धांतिक रूप में अस्वीकार्य है और इसके लिए बजट पारित नहीं हो सकता है। यह सिर्फ पाकिस्तान की मेजबानी के बारे में नहीं है। भारत और पाकिस्तान एक ग्रुप में है और ऐसे में तीसरी टीम को दुबई और पाकिस्तान के किसी शहर के बीच यात्रा करनी होगी। पाकिस्तान ने हाल ही में देश में सुरक्षा इंतजामों की बढ़ती लागत को देखते हुए पाकिस्तान सुपर लीग के मैचों को यूएई में कराने का फैसला किया। और उसके इस फैसले ने एशिया कप मेजबानी के खिलाफ आग में घी डालने का काम किया। प्रसारक भी दो देशों में अलग-अलग टीम नहीं भेजना चाहेंगे। यूएई की तरह श्रीलंका में दो शहरों के बीच यात्रा के लिए विमान की जरूरत नहीं है। आप चाहे कोलंबो में खेले या गॉल या कैंडी में , ये शहर एक दूसरे के करीब है।
एसीसी अध्यक्ष जय शाह को हालांकि इस निर्णय को ऑफिशियल बनाने के लिए कार्यकारी समिति की बैठक बुलानी होगी। इन परिस्थितियों में यह देखना होगा कि पाकिस्तान एशिया कप में भाग लेगा या नहीं। वह विश्व कप खेलने के लिए भारत आएगा या नहीं यह भी देखना होगा। सूत्र ने यह भी कहा कि, आईसीसी भी पाकिस्तान के भारत के बाहर अपने मैच खेलने (विश्व कप के दौरान) के लिए सहमत नहीं होगा। देखते हैं कि पीसीबी क्या फैसला करता है।
क्या था पूरा विवाद?
दरअसल पूरा मामला यह था कि, इस टूर्नामेंट की मेजबानी पाकिस्तान को करनी थी। वहीं टी20 वर्ल्ड कप 2022 के दौरान पाकिस्तान का दौरा करने से बीसीसीआई सचिव जय शाह ने मना कर दिया था। इसके बाद यह विवाद बढ़ता गया। तत्कालीन पीसीबी चीफ रमीज राजा ने वनडे वर्ल्ड कप 2023 के लिए भारत नहीं आने की भी धमकी दे डाली। फिर कुछ दिनों बाद पाकिस्तान क्रिकेट में सत्ता बदली और नजम सेठी आए। उन्होंने भी इस टूर्नामेंट को न्यूट्रल वेन्यू पर नहीं करवाने की जिद्द पकड़े रखी। इसके बाद हाईब्रिड मॉडल की बात पाकिस्तान ने कही जिसके तहत भारत के मुकाबले न्यूट्रल वेन्यू पर होने थे और बाकी टूर्नामेंट पाकिस्तान में। इसको भी एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) ने अस्वीकार कर दिया। यहां से विवाद और बढ़ गया।
पाकिस्तान ने जिद्द पकड़ी हुई थी इस टूर्नामेंट को अपने घर पर होस्ट करने की। वहीं सुरक्षा कारण और राजनीतिक मतभेद के कारण भारतीय टीम पाकिस्तान का दौरा कर नहीं सकती। इस कारण इस टूर्नामेंट के रद्द होने की अटकलें लगने लगीं। यह भी कहा जाने लगा कि भारतीय बोर्ड ने पांच देशों के बीच एक वनडे टूर्नामेंट करवाने का मन भी बना लिया है। अब जो रिपोर्ट आई है उस मुताबिक पाकिस्तान इसे बॉयकॉट कर सकता है। यानी पांच देश ही इस टूर्नामेंट में भाग ले सकते हैं। फिलहाल अभी इस पर दोनों बोर्ड और एसीसी के किसी ऐलान का इंतजार है।