Highlights
- सुपर-4 के चौथे मुकाबले में पाकिस्तान ने अफगानिस्तान को 1 विकेट से दी थी मात
- 19वें ओवर में फरीद अहमद और आसिफ अली के बीच हुई थी तीखी झड़प
- ICC ने पाकिस्तानी और अफगानी दोनों खिलाड़ियों को पाया दोषी
Asia Cup 2022: सुपर-4 के चौथे मुकाबले में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच एक हाईटेंशन मुकाबला देखने को मिला था। इस मैच में पाकिस्तानी क्रिकेटर आसिफ अली और अफगान गेंदबाज फरीद अहमद के बीच तीखी झड़प भी देखने को मिली थी। यहां तक दोनों के बीच लगभग-लगभग मारपीट तक की नौबत आ गई थी। इस घटना का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने तत्काल प्रभाव से संज्ञान लिया और दोनों खिलाड़ियों को दोषी पाते हुए सजा भी दी है।
दोनों खिलाड़ियों को मिली सजा
पाकिस्तान के आसिफ अली और अफगानिस्तान के गेंदबाज फरीद अहमद पर मैदान पर झड़प के कारण मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। दोनों को आईसीसी की आचार संहिता के लेवल एक के अपराध का दोषी पाया गया। आईसीसी के बयान के अनुसार अली ने आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.6 का उल्लंघन किया जो अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अश्लील, आक्रामक या अपमानजनक इशारे से संबंधित है। वहीं फरीद को धारा 2.1.12 के उल्लंघन का दोषी पाया गया जो खिलाड़ी, सहयोगी स्टाफ, अंपायर , मैच रैफरी या किसी भी व्यक्ति के साथ अनुचित शारीरिक संपर्क संबंधित है।
इसके अलावा इन दोनों खिलाड़ियों के रिकॉर्ड में एक-एक डिमेरिट अंक भी जोड़ा गया है। हालांकि इन दोनों खिलाड़ियों ने पिछले 24 महीने की अवधि में कोई भी अनुचित कार्य नहीं किया है। आपको बता दें कि किसी खिलाड़ी को अगर एक बार डिमेरिट अंक दे दिए जाते हैं तो ये 24 महीने तक रिकॉर्ड में रहते हैं। आईसीसी के नियमानुसार, यदि दो साल की अवधि में किसी क्रिकेटर को चार डिमेरिट अंक मिलते हैं तो यह एक सस्पेंशन अंक के बराबर माना जाता है। ऐसी स्थिति में खिलाड़ी पर बैन लग सकता है। यदि दो अंक होते हैं तो फिर किसी खिलाड़ी को एक टेस्ट या फिर वनडे या दो टी-20 मैचों के लिए बैन किया जा सकता है।
क्या था पूरा वाकया?
दरअसल यह बात है 7 सितंबर को शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच के मुकाबले की। इस मैच में पाकिस्तान की टीम दूसरी पारी में बल्लेबाजी कर रही थी और मैच बेहद रोमांचक मोड़ पर था। उसी बीच 19वें ओवर में अफगान गेंदबाज फरीद अहमद ने पाकिस्तानी बल्लेबाजी आसिफ अली को आउट कर दिया। इसके बाद फरीद आए और उन्होंने आसिफ के साथ अनुचित शारीरिक संपर्क करने की कोशिश की। इसके बाद आसिफ अली ने भी प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें बल्ले से मारने का इशारा किया या कहें की उनके ऊपर बल्ला उठा दिया।
अब हालांकि दोनों खिलाड़ियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। साथ ही उन्होंने एमिरेट्स आइसीसी एलीट पैनल ऑफ मैच रेफरी के एंडी पाइक्रॉफ्ट द्वारा दी गई सजा को भी स्वीकार कर लिया है। इस वजह से अब औपचारिक सुनवाई की कोई जरूरत नहीं पड़ी। इन दोनों खिलाड़ियों पर फील्ड अंपायर अनिल चौधरी और जयरामन मदनगोपाल, थर्ड अंपायर गाजी सोहेल और फोर्थ अंपायर रवींद्र विमलसारी ने यह आरोप लगाए थे। गौरतलब है कि ICC द्वारा लेवल 1 का दोषी पाए जाने पर आधिकारिक फटकार, न्यूनतम जुर्माना, खिलाड़ी की मैच फीस का अधिकतम 50 प्रतिशत जुर्माना और एक या दो डिमेरिक अंक दिए जाते हैं।