Highlights
- एशिया कप 2022 में टीम इंडिया आज अफगानिस्तान से खेलेगी आखिरी मैच
- टीम इंडिया ने अब तक खेले चार मैच, दो जीते और दो में मिली है हार
- टीम इंडिया के कुछ खिलाड़ियों के लिए भुलाने वाला रहा ये एशिया कप
Asia Cup 2022 : एशिया कप 2022 से बाहर होने के बाद टीम इंडिया की काफी आलोचना हो रही है। टीम इंडिया लगातार अच्छा खेल दिखा रही थी और इसी तरह से उसने एशिया कप 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में भी किया। इसके बाद भारत ने हांगकांग को भी हरा दिया। लेकिन उसके बाद टीम को लगातार दो मैचों में हार मिली और एशिया कप से टीम का विस्तार बंध गया। हालांकि अभी भी टीम का एक मैच बाकी है, लेकिन ये केवल खानापूर्ति वाला मैच है, क्योंकि भारत और अफगानिस्तान की टीमें पहले ही बाहर हो चुकी हैं। एशिया कप 2022 में कुछ खिलाड़ियों ने तो अच्छा प्रदर्शन किया, जिसकी बदौलत टीम इंडिया मैच जीतने में कामयाब रही, लेकिन कुछ खिलाड़ी लगातार आपने फार्म से जूझते हुए नजर आए।
केएल राहुल के बहुत खराब गया एशिया कप का ये सीजन
टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल के लिए एशिया कप 2022 का सीजन ऐसा रहा है, जिसे वे भूलना ही पसंद करेंगे। अब तक खेले गए चार मैचों में से वे एक भी पारी ऐसी नहीं खेल पाए हैं, जिसके लिए वे इस एशिया कप को याद रखें। राहुल ने अब सभी मैचों में टीम इंडिया के लिए ओपनिंग की है। इन चार मैचों में उनके नाम पर केवल 70 रन ही दर्ज हैं। उनका औसत 17.5 का रहा, वहीं स्ट्राइक रेट 104.47 का रहा। केएल राहुल जिस कद के खिलाड़ी हैं, उस हिसाब से ये आंकड़े कतई नहीं दिख रहे, इसलिए वे इसे भूलना चाहेंगे।
जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज से की थी केएल राहुल ने वापसी
केएल राहुल पिछले लंबे अर्से से चोटिल चल रहे थे और उसके बाद जब वे टीम इंडिया में शामिल होने ही वाले थे कि तभी कोविड पॉजिटिव हो गए। इसके बाद वे ठीक हुए तो जिम्बाब्वे सीरीज में टीम इंडिया में शामिल हुए। इस सीरीज के पहले मैच में तो वे बल्लेबाजी के लिए भी नहीं आ सके और टीम इंडिया ने मैच जीत लिया, इसके बाद दूसरे और तीसरे मैच में वे बल्लेबाजी के लिए आए, लेकिन इसमें भी बड़ी पारी नहीं खेल पाए। जिम्बाब्वे की टीम कमजोर मानी जाती है, इसलिए ये सीरीज उनके लिए अच्छी हो सकती थी, ताकि वे अपना फार्म वापस हासिल कर सके। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इस फार्म के साथ वे दुबई पहुंच गए, जहां भारतीय टीम एशिया कप खेलने जा रही थी। पाकिस्तान के खिलाफ दो मैच, हांगकांग के खिलाफ दो मैच और श्रीलंका के खिलाफ एक मैच, एक भी मैच में राहुल का बल्ला उस तरह से नहीं चला, जिसके लिए वे जाने और पहचाने जाते हैं।