Highlights
- 31 अगस्त को एशिया कप 2022 में होगा भारत और हॉन्ग कॉन्ग का सामना
- एशिया कप 2018 में भारत ने हॉन्ग कॉन्ग को मुश्किल से दी थी मात
- शिखर धवन ने पिछली भिड़ंत में जड़ा था शतक
India vs Hong Kong Head to Head Record: एशिया कप 2022 के दूसरे मुकाबले में भारतीय टीम 31 अगस्त को ग्रुप ए की तीसरी टीम हॉन्ग कॉन्ग का सामना करेगी। अगर दोनों टीमों की पिछली भिड़ंत की बात करें तो एशिया कप 2018 में दोनों का आमना-सामना हुआ था। यह मैच 50-50 ओवर का था और इसमें टीम इंडिया हारते-हारते बाल-बाल बच गई थी। वहीं इससे पहले दोनों टीमें एशिया कप 2008 में भिड़ी थीं। यानी अभी तक दोनों बार भारत और हॉन्ग कॉन्ग का एशिया कप में ही सामना हुआ है।
वहीं टी20 इंटरनेशनल में पहली बार दोनों टीमें एक दूसरे का सामना करेंगी। लेकिन पिछले मुकाबले को याद करते हुए टीम इंडिया को सावधान रहने की जरूरत रहेगी। भारत ने हॉन्ग कॉन्ग को पिछली दोनों भिड़ंत में मात दी है। आपको बता दें कि हॉन्ग कॉन्ग क्वालीफाइंग राउंड से जीत दर्ज करके मेन राउंड में जगह बनाने में कामयाब रही है। भारत ने पहले मुकाबले में पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर विजयी आगाज किया था। हॉन्ग कॉन्ग का यह पहला मैच होगा। भारत की नजरें यह मैच जीतकर सुपर-4 का टिकट पक्का करने पर होंगी।
जब हॉन्ग कॉन्ग ने छुड़ाए टीम इंडिया के पसीने...
अगर भारत और हॉन्ग कॉन्ग के पिछले मैच की बात करें तो दोनों टीमें एशिया कप 2018 में भिड़ी थीं। भारतीय टीम उस सत्र में चैंपियन बनी थी और रोहित शर्मा टीम के कप्तान थे। उस मैच में भारत ने पहले खेलते हुए शिखर धवन के 127 और अंबाती रायुडू के 60 रनों की बदौलत 50 ओवर में 7 विकेट पर 285 रन बनाए थे। लेकिन 286 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी हॉन्ग कॉन्ग की शुरुआत ने टीम इंडिया के पसीने छुड़ा दिए और भारतीय फैंस को परेशान कर दिया।
उस मैच में हॉन्ग कॉन्ग के लिए पारी की शुरुआत की तत्कालीन कप्तान अंशुमन राठ और मौजूदा कप्तान निजाकत खान। राठ ने 73 और खान ने 92 रनों की पारी खेलकर पहले विकेट के लिए 174 रनों की पार्टनरशिप की। मैच भारत के हाथों से फिसलता दिख रहा था। अंशुमन और निजाकत की पार्टनरशिप ने भारतीय कप्तान और सभी खिलाड़ियों की चिंता बढ़ा दी थी। टीम पर हार का खतरा मंडराने लगा था।
कैसे बची टीम इंडिया?
इसके बाद कुलदीप यादव ने टीम इंडिया की वापसी करवाई और राठ को पवेलियन भेज दिया। इसके बाद खलील अहमद ने निजाकत को आउट कर दिया। देखते ही देखते 25 रन के भीतर चार विकेट गिर गए। युजवेंद्र चहल और खलील अहमद (3-3 विकेट) व कुलदीप यादव (2 विकेट) ने टीम इंडिया की वापसी करवाई और हॉन्ग कॉन्ग की टीम 8 विकेट पर 256 रन ही बना सकी। इससे पहले 2008 एशिया कप में भारत ने हॉन्ग कॉन्ग पर 256 रनों की विशाल जीत दर्ज की थी।