Highlights
- हार्दिक ने 17 गेंदों में बनाए नाबाद 33 रन
- रवींद्र जडेजा के साथ की थी अर्धशतकीय साझेदारी
- भारत ने पाकिस्तान को पांच विकेट से हराया था
Asia Cup 2022, IND vs PAK: एशिया कप के ग्रुप ए के पहले मुकाबले में भारत और पाकिस्तान के बीच एक रोमांचक मुकाबला देखने को मिला था। रविवार को खेले गए मैच में भारत ने हार्दिक पांड्या के आखिरी ओवर में लगाए गए छक्के की मदद से शानदार जीत हासिल की थी। भारत ने इस मुकाबले को पांच विकेट से जीतकर एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ अपना दबदबा कायम रखा। मैच में दोनों टीमों के गेंदबाजों का प्रदर्शन ज्यादा बेहतर था। लेकिन हार्दिक पांड्या के ऑलराउंड प्रदर्शन के नाम पाकिस्तान की सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। मैच में वैसे तो कई रोमांचक मोड़ आए और पाकिस्तान की तरफ से कई गलतियां भी हुईं। लेकिन उसके कप्तान बाबर आजम की एक गलती पाकिस्तानी टीम पर भारी पड़ी और हार्दिक-जडेजा ने इसका भरपूर फायदा उठाया।
दरअसल भारतीय पारी के दौरान पाकिस्तान को धीमी गति से की जा रही गेंदबाजी का खामियाजा भुगतना पड़ा। यहां आईसीसी की तरफ से लागू किए गए नए नियम की वजह से मैच के आखिरी पलों में पाकिस्तान को फील्डिंग में 30 यार्ड सर्कल के अंदर एक अतिरिक्त फील्डर को लगाने के लिए बाध्य होना पड़ा। उस समय क्रीज पर मौजूद रवींद्र जडेजा और हार्दिक पांड्या ने इसका फायदा उठाया और आखिरी तीन ओवरों में 32 रन बनाकर मैच अपने पाले में करने में सफल रहे।
क्या है आईसीसी का यह नया नियम
आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार टी-20 अंतरराष्ट्रीय में दोनों टीमों को पारी के निर्धारित समय के अंत तक अपने अंतिम ओवर की पहली गेंद फेंकनी होती है। ऐसा नहीं करने की स्थिति में फील्डिंग करने वाली टीम को बचे हुए ओवर में एक अतिरिक्त फील्डर को 30 यार्ड सर्कल के अंदर रखना पड़ता है। यह नियम इसी साल 16 जनवरी को आईसीसी द्वारा लागू किया गया था। पाकिस्तान को इसी नियम की वजह से नुकसान हुआ।
टीम इंडिया से भी हुई थी ये गलती
इस मैच में सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं बल्कि भारतीय टीम पर भी आईसीसी के इस नियम की मार पड़ी। भारत ने निर्धारित समय में 18 ओवर से कम गेंदबाजी की थी, जिसकी वजह से रोहित शर्मा को अंतिम ओवरों के लिए सर्कल के अंदर पांच फील्डर लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा। टीम ने आखिरी 17 गेंदों में 33 रन दिए, जिसकी वजह से पाकिस्तान की टीम 147 रनों के स्कोर पर पहुंच सकी।