Highlights
- एशिया कप का पहला आयोजन साल 1984 में हुआ था, टीम इंडिया ने जीता पहला खिताब
- साल 1990 की मेजबानी टीम इंडिया को मिली, लेकिन पाकिस्तान ने कर दिया था मना
- साल 1993 का एशिया कप भी भारत. पाकिस्तान के रिश्ते ठीक न होने के कारया हुआ कैंसिल
Asia Cup 1990 : एशिया कप का मंच एक बार फिर से सजने के लिए तैयार है। एशिया कप 2022 का आयोजन यूएई में होने जा रहा है। सभी मैच दुबई और शारजाह में खेले जाएंगे। हालांकि इस बार के एशिया कप की मेजबानी श्रीलंका को मिली थी, लेकिन पिछले कुछ समय से श्रीलंका आर्थिक संकट से जूझ रहा है, इसलिए उसने खुद ही इन्कार कर दिया था। इसके बाद एसीसी की मीटिंग में यूएई को इसकी मेजबानी के लिए चुना गया। एशिया कप का इतिहास काफी पुराना है। लेकिन आज हम आपको ये बताएंगे कि साल 1990.91 के एशिया कप में पाकिस्तानी टीम ने खेलने से क्यों इन्कार कर दिया था और इसका कारण क्या था।
टीम इंडिया ने जीता था पहला एशिया कप, विश्व कप जीतने के बाद एक और ट्रॉफी
एशिया कप आयोजन पहली बार साल 1984 में किया गया था। इससे कुछ ही समय पहले 1983 में भारतीय क्रिकेट टीम ने कपिल देव की कप्तानी में पहली बार वन डे विश्व कप जीता था और उसके बाद एशिया कप शुरू हो गया। तब इसकी मेजबानी यूएई और शारजाह को मिली थी। इससे कुछ ही समय पहले एसीसी यानी एशियाई क्रिकेट काउंसिल का गठन हुआ था। तब इसमें भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका ने हिस्सा लिया था। टीम इंडिया ने अपने दोनों मैच जीतकर एशिया कप की पहली ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया था। वहीं श्रीलंका ने एक मैच जीता और दूसरे में उसे हार मिली थी। वहीं पाकिस्तान की टीम एक भी मैच नहीं जीत पाई थी और बुरी तरह से हारी थी। भारत ने एशिया कप के फाइनल में श्रीलंका को मात दी थी।
साल 1990.91 में भारत के पास थी एशिया कप की मेजबानी
इसके बाद इसका आयोजन होता रहा, लेकिन साल 1990 के एशिया कप में बड़ा उलटफेर हुआ। हुआ ये कि इस बार एशिया कप की मेजबानी का जिम्मा भारत को मिला, लेकिन पाकिस्तान ने इसमें खेलने से मना कर दिया था। उस वक्त भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक रिश्ते कुछ अच्छे नहीं थे, इसलिए पाकिस्तान ने अपना नाम वापस ले लिया था। हालांकि ऐसा नहीं है कि इसके बाद पाकिस्तान की टीम कभी भारत आई ही नहीं, पाकिस्तान की टीम भारत आई और टीम इंडिया भी पाकिस्तान गई, लेकिन पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है, इसलिए भारत ने फिर से पाकिस्तान से सभी तरह के ताल्लुकात खत्म कर दिए और उसमें क्रिकेट भी शामिल है। इतना नहीं, साल 1993 का एशिया कप भी न होने का कारण कमोबेस यही था। भारत और पाकिस्तान के आपसी रिश्ते ठीक नहीं थे, इसलिए इस बार तो इसका आयोजन ही नहीं हुआ, यानी इसे कैंसिल कर दिया गया। इस बार एशिया कप में छह टीमें हिस्सा ले रही हैं और देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी टीम खिताब पर कब्जा करती है।