भारतीय क्रिकेट टीम ने पिछले 14-15 सालों में 3 बड़े कप्तान देखें और कई बड़े खिताब अपने नाम किए। धोनी की कप्तानी में जहां टीम इंडिया ने 2007 T20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जीता तो वहीं विराट कोहली की कप्तानी में टीम ने टेस्ट में विदेशी धरती पर कमाल का प्रदर्शन किया। इसके बाद रोहित शर्मा ने T20 वर्ल्ड कप 2024 ट्रॉफी जीतकर ICC खिताब का सूखा खत्म किया।
भारत के स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन इन तीनों कप्तानों के नेतृत्व में खेले हैं और तीनों की ही कप्तानी को बहुत करीब से देखा है। ऐसे में अश्विन ने रोहित शर्मा, विराट कोहली और एमएस धोनी की कप्तानी शैली में बड़े अंतर का खुलासा किया है। अश्विन ने कहा कि रोहित टीम के माहौल को हल्का बनाने पर जोर देते हैं। साथ ही उन्होंने खुलासा किया कि मौजूदा कप्तान धोनी और कोहली की तुलना में रणनीति पर बहुत अधिक काम करते हैं।
रोहित, धोनी और विराट की कप्तानी में अंतर
विमल कुमार को दिए इंटरव्यू में अश्विन ने कहा कि रोहित की कप्तानी के बारे में 2-3 चीजें अच्छी हैं। वह हमेशा टीम के माहौल को हल्का बनाए रखते हैं। वह इसे हल्का बनाए रखने का प्रयास करते हैं। वह बहुत संतुलित रहते हैं और रणनीतिक रूप से मजबूत हैं। धोनी और विराट दोनों भी रणनीतिक रूप से मजबूत थे, लेकिन रोहित रणनीति पर कुछ ज्यादा ही काम करते हैं।
अश्विन ने आगे कहा कि रोहित एक बड़ी सीरीज से पहले एनालिटिक्स टीम के साथ काम करते हैं और अपने खिलाड़ियों को काफी सपोर्ट करते हैं। भारतीय स्पिनर ने कहा कि अगर कोई बड़ा मैच और सीरीज आने वाले है, तो रोहित कोच और एनालिटिक्स टीम के साथ बैठते हैं और रणनीति बनाते हैं। जैसे किस बल्लेबाज की क्या कमजोरी है और गेंदबाज के खिलाफ क्या प्लान बनाना है। ये उनकी ताकत है लेकिन वह हमेशा टीम का माहौल हल्का बनाए रखते हैं और अपने खिलाड़ियों को पूरा सपोर्ट करते हैं। अगर वह किसी खिलाड़ी को प्लेइंग-11 में जगह देते हैं, तो उनको 100 प्रतिशत सपोर्ट करेंगे। मैनें इन्हीं तीनों की कप्तानी में अपना ज्यादातर प्रोफेशनल क्रिकेट खेला है।
टीम इंडिया करेगी बांग्लादेश की मेजबानी
भारतीय टीम 19 सितंबर से 2 टेस्ट मैचों की सीरीज में बांग्लादेश का सामना करेगी। इस घरेलू टेस्ट सीरीज में आर अश्विन खेलने की पूरी संभावना हैं क्योंकि वह पिछले कई सालों से घर में भारतीय स्पिन की अगुवाई करते आ रहे हैं। उन्होंने अपना पिछला टेस्ट मार्च 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला में खेला था।
यह भी पढ़ें:
Paralympics 2024 में एक ही दिन में जीते 8 मेडल, अब इस नंबर पर पहुंच गया भारत