Ashes 2023: एशेज सीरीज के पांचवे और आखिरी टेस्ट में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की टीम एक-दूसरे का सामना कर रही हैं। इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया की टीम 2-1 से आगे है। सीरीज के आखिरी मुकाबले में दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। लेकिन इस मैच के तीसरे दिन इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने एक-दूसरे के नाम की जर्सी पहनकर सभी को चौंका दिया। लेकिन इसके पीछे एक खास कारण है।
एक-दूसरे के नाम की जर्सी पहनकर उतरे इंग्लिश खिलाड़ी
इंग्लैंड के क्रिकेटरों ने 5वें और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन की शुरुआत में गलत नाम की जर्सी पहनकर डिमेंशिया से पीड़ित लोगों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया। अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने अपने साथी तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के नाम की जर्सी पहन रखी थी जबकि जॉनी बेयरस्टो की जर्सी पर कप्तान बेन स्टोक्स का नाम दर्ज था। मोईन अली ने क्रिस वोक्स के नाम की जर्सी पहन रखी थी और इसी तरह से अन्य क्रिकेटरों ने भी अपनी जर्सी की अदला-बदली की थी।
डिमेंशिया के चलते उठाया कदम
इंग्लैंड के क्रिकेटरों का यह प्रयास भ्रम की स्थिति से लोगों को अवगत कराना था जिससे कि डिमेंशिया के रोगी गुजरते हैं। डिमेंशिया से पीड़ित व्यक्ति की याददाश्त चली जाती है। इंग्लैंड के सहायक कोच मार्कस ट्रेस्कोथिक ने ईसीबी के आह्वान पर लिए गए फैसले के बारे में बताया। ट्रेस्कोथिक ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा कि हम यहां अल्जाइमर सोसायटी का समर्थन कर रहे हैं और यह विषय हमारे दिल के बहुत करीब है। यह एक भयानक बीमारी है।
उन्होंने कहा कि हम इस बीमारी को लेकर लोगों में जागरुकता पैदा करना चाहते हैं और साथ ही धन भी जुटा रहे हैं। जितनी अधिक धनराशि जुटेगी और लोगों में जागरूकता पैदा होगी, इस बीमारी को लेकर उसने अधिक शोध होंगे। इंग्लैंड के पूर्व सलामी बल्लेबाज ट्रेस्कोथिक के पास इस प्रयास से जुड़ने का एक व्यक्तिगत कारण भी है। उनके पिता मार्टिन डिमेंशिया से पीड़ित हैं।