भारत बनाम श्रीलंका वनडे सीरीज के साथ इंटरनेशनल क्रिकेट में मांकडिंग को लेकर चर्चा लगातार जारी है। कप्तान रोहित शर्मा ने गुवाहाटी में खेले सीरीज के पहले वनडे में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के किए रन आउट के अपील को वापस ले लिया था। हमेशा मांकडिंग के पक्ष में बोलने वाले महान स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इस घटना पर शमी के अपील का समर्थन किया था। अब खेल के इस विवादित पक्ष पर दुनिया के महानतम बल्लेबाज रहे सचिन तेंदुलकर के बेटे और गोवा के ऑलराउंडर अर्जुन तेंदुलकर ने भी अपना पक्ष रखा है। उन्होंने बेहिचक इस पर अपनी राय दी है जो शायद कप्तान रोहित को ज्यादा पसंद न आए।
अर्जुन तेंदुलकर ने किया मांकडिंग का समर्थन
अर्जुन तेंदुलकर ने मांकडिंग का समर्थन करते हुए कहा, "मैं उन लोगों से असहमत हूं जो इसे खेल भावना के खिलाफ बताते हैं। मैं पूरी तरह से मांकडिंग के पक्ष में हूं। यह नियम में है। जो लोग कहते हैं कि यह खेल भावना के खिलाफ है, मैं उनसे असहमत हूं।"
अर्जुन तेंदुलकर ने निजी तौर पर मांकडिंग करने से किया इनकार
अर्जुन से पूछा गया कि क्या वह निजी तौर पर कभी फील्ड में मांकडिंग करेंगे? इसपर उन्होंने कहा, "मैं व्यक्तिगत रूप से ऐसा नहीं करूंगा क्योंकि मैं अपने रन अप में विकेट पर मार नहीं सकता। इसके लिए बहुत ज्यादा प्रयास करना पड़ेगा और मैं इसमें अपनी ऊर्जा बर्बाद नहीं करूंगा लेकिन अगर कोई ऐसा करता है, तो मैं इसके पक्ष में हूं।"
रोहित ने शमी के मांकडिंग के अपील को लिया था वापस
हाल ही में, गुवाहाटी में श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के पहले वनडे मैच के दौरान भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने श्रीलंका के कप्तान दसुन शनाका को मांकडिंग करने का प्रयास किया था। उस वक्त शनाका 98 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने शमी को रोककर अपील वापस ले ली। बाद में रोहित ने कहा कि यह शनाका को आउट करने का सही तरीका नहीं था।
जाहिर है जूनियर तेंदुलकर की राय भारतीय टीम के कप्तान से बिल्कुल जुदा है। अच्छी बात यह है कि सवाल सामने आने पर उन्होंने खुलकर अपनी राय जाहिर की। फिलहाल अर्जुन रणजी ट्रॉफी में सर्विसेज के खिलाफ खेल रहे हैं, जहां उन्होंने 2.10 की शानदार इकॉनमी रेट के साथ दो विकेट लेकर शानदार गेंदबाजी की।