कुश्ती संघ के चीफ और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे पहलवानों ने अब नया मोर्चा खोला है। पहलवानों ने अपने मेडल गंगा में बहाने का ऐलान किया। लेकिन अंत में उन्हें ऐसा करने से रोक लिया गया। पहलवानों और बृजभूषण के बीच विवाद लंबे समय से चल रहा है। हाल ही में पुलिस ने पहलवानों के धरने को खत्म करायाया था। उसी दौरान कार्यवाई के वक्त पहलवान पुलिस से जूझते नजर आए थे। अब इसी मामले पर भारतीय टीम के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने नाराजगी वयक्त की है।
पहलवानों का हाल देख कुंबले नाराज
महान क्रिकेटर अनिल कुंबले ने मंगलवार को कहा कि वह जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे देश के शीर्ष पहलवानों के खिलाफ हुई पुलिस की कार्रवाई से निराश हैं। जंतर मंतर पर दिल्ली पुलिस ने विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और संगीता फोगाट सहित ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेताओं को जबरदस्ती बस में डाला जब रविवार को पहलवानों और उनके सामर्थकों ने सुरक्षा घेरा तोड़कर महिला ‘महापंचायत’ के लिए नए संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश की।
बृजभूषण की गिरफ्तारी पर अड़े पहलवान
आंदोलनकारी पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं जिन पर उन्होंने एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। उन्होंने संसद की नई इमारत के समीप उस दिन महिला महापंचायत का आह्वान किया जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया था। लेग स्पिनर कुंबले को लगता है कि इस मुद्दे को बातचीत से सुलझाया जा सकता था।
टेस्ट क्रिकेट में चौथे सबसे ज्यादा विकेट झटकने वाले 52 वर्षीय कुंबले ने मंगलवार को कहा कि 28 मई को हमारे पहलवानों के साथ जो हाथापाई हुई, उसे सुनकर काफी निराश हूं। हर चीज उचित बातचीत से सुलझाई जा सकती है। इस मुद्दे के जल्द हल निकलने की उम्मीद करता हूं।
ये दिग्गज भी कर चुके आलोचना
सोमवार को ओलंपिक चैंपियन निशानेबाज अभिनव बिंद्रा, भारत के सबसे सफल फुटबॉलर सुनील छेत्री और पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने भी पहलवानों के खिलाफ कार्रवाई की आलोचना की थी।