ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर एंड्रयू सायमंड्स का 46 साल की उम्र में कार दुर्घटना में निधन हो गया है। उनके निधन के बाद पूरे क्रिकेट जगत में शोक की लहर है। सायमंड्स अपने समय के एक बेहतरीन ऑलराउंडर रहे लेकिन अपनी अनुशासनहीनता और विवादों के कारण उनका परवान चढ़ता करियर ढह गया। सायमंड्स एक ऐसे खिलाड़ी थे जिन्हें कप्तान हमेशा अपनी प्लेइंग इलेवन में रखना चाहते।
हालांकि खेल के प्रति वह कभी अनुशासित नहीं रह सके। यही कारण है कि वह एक महान खिलाड़ी नहीं बन पाए। साल 2008 से पहले उन्होंने जिस तरह से अपने करियर की शुरुआत की थी हर मायनें में खास था लेकिन 2008 के बाद मानों विवादों से उनका चोली दामन का साथ हो गया। इसके बाद शराब की लत, खेल के मैदान पर हिंसक व्यवहार और खिलाड़ियों के साथ आपसी मतभेद उन पर पूरी तरह से हावी हो गया।
इसका नतीजा यह हुआ कि ऑस्ट्रेलियाई से छुट्टी उनकी हो गई और वह फिर कभी वापसी नहीं कर पाए लेकिन आइए जानते हैं उनके एक ऐसे रिकॉर्ड के बारे में जिसने खूब सुर्खियां बटोरी थी।
काउंटी में सायमंड्स के 16 छक्कों का रिकॉर्ड
एंड्रयू सायमंड्स ने अपने करियर की धमाकेदार शुरुआत की थी। साल 1995 में उन्हें पहली बार काउंटी में खेलने का मौका मिला था और इसी सीजन में अपनी बल्लेबाजी से उन्होंने एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया जो 16 सालों तक अटूट रहा था। सायमंड्स ने अगस्त, 1995 में ग्लूस्टरशर के खिलाफ 16 छक्के जड़ डाले थे, इस मैच में उन्होंने 254 रनों की पारी खेली थी।
सायमंड्स के द्वारा काउंटी में लगाया 16 छक्कों का रिकॉर्ड 16 सालों तक कायम रहा। इसके बाद इंग्लैंड के खिलाड़ी ग्राहम नेपियर ने साल 2011 में इसकी सिर्फ बराबरी की। इस रिकॉर्ड को तोड़ नहीं पाए। हालांकि ग्राहम नेपियर के द्वारा किए इस कारनामे कुछ दिन बाद ही बेन स्टोक्स ने 17 छक्के लगाकर इस रिकॉर्ड को ध्वस्त किया था।
सायमंड्स का करियर
ऑस्ट्रेलिया के लिए 26 टेस्ट, 198 वनडे और 14 टी20 इंटरनेशनल मुकाबलों में मैदान पर उतरे। इस दौरान उन्होंने टेस्ट में 1462 रन बनाए। वहीं वनडे में उनके नाम 5088 रन जबकि टी 20 में 337 रन बनाए। इसके अलावा गेंदबाजी में उन्होंने तीनों फॉर्मेट मिलाकर 165 विकेट भी लिए। इसके अलावा वह इंडियन प्रीमियर लीग में भी अलग-अलग फ्रेंचाइजी के लिए कुल 39 मैच खेले।
इस दौरान ने उन्होंने आईपीएल में 974 रन बनाए जबकि गेंदबाजी में उनके नाम 20 विकेट दर्ज है।