Highlights
- स्ट्रॉस ने टी20 और टेस्ट क्रिकेट को एकसाथ आगे बढ़ाने का दिया सुझाव
- दुनिया भर में बढ़ रही है टी20 लीग की संख्या
- कई खिलाड़ी खेल के तीनों फॉर्मेट में खेलने में महसूस कर रहे हैं दिक्कत
Test vs T20: टेस्ट, वनडे और टी20 क्रिकेट, खिलाड़ियों के लिए इन तीनों फॉर्मेट में एक साथ खेलना मुश्किल हो रहा है। दबाव इतना ज्यादा है कि पिछले महीने जुलाई में इंग्लैंड टेस्ट टीम के कप्तान बेन स्टोक्स ने अचानक ही वनडे क्रिकेट को अलविदा कह दिया। कुछ ही दिन पहले न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने अपने क्रिकेट बोर्ड से उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से अलग रखने की गुजारिश की। अब वे कॉन्ट्रेक्ट का हिस्सा नहीं हैं। दुनिया भर में क्रिकेट तेजी से फैल रहा है और इसके लिए टी20 फॉर्मेट की लोकप्रियता जिम्मेदार है लिहाजा इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। ऐसे में खेल के तीनों फॉर्मेट को आगे बढ़ाना क्रिकेट प्रशासकों के लिए एक टेढ़ी खीर बन चुकी है।
कई क्रिकेट पंडित का मानना है कि टी20 मैचों की बड़ी संख्या के चलते टेस्ट की लोकप्रियता भी तेजी से घट रही है और खिलाड़ियों का क्लास भी इससे प्रभावित हो रहा है। साथ ही, दुनिया भर में टी20 क्रिकेट की फ्रेंचाइजी लीग के बढ़ते चलन के कारण टेस्ट क्रिकेट के लिए कैलेंडर में जगह बनाना भी मुश्किल हो गया है। इन तमाम बहसों के बीच इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस एक अलग विचार के साथ सामने आए हैं।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट और टी20 आराम से एक दूसरे के साथ आगे बढ़ सकते हैं। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) की क्रिकेट समिति के चेयरमैन स्ट्रॉस ने इस नतीजे पर पहुंचने से पहले इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के लिए ढाई महीने की विंडो पर भी गौर किया।
स्ट्रॉस ने डेली टेलीग्राफ से कहा, ‘‘एक बात जो कि हम दूसरे देशों के बारे में जानते हैं कि वहां टेस्ट क्रिकेट कमाई नहीं करता जैसे कि यहां करता है। टी20 वह फॉर्मेट है जो नए लोगों को इस खेल से जोड़ता है। मेरा तब भी मानना है कि ये दोनों फॉर्मेट टेस्ट और टी20 क्रिकेट एक साथ चल सकते हैं।’’
स्ट्रॉस ने आगे कहा, ‘‘लेकिन चुनौती सही शेड्यूल तैयार करने की है ताकि खिलाड़ी इन दोनों फॉर्मेट्स में खेल सके। यह वास्तव में मुश्किल काम है। यकीनन यह लगता है कि यही सही समय है, क्योंकि बदलाव (खिलाड़ियों में) की दर बढ़ रही है। और सच्चाई यह है कि हम में से कोई नहीं जानता कि आगे क्या होने वाला है ताकि आप भविष्य के लिए योजना बना सकें।’’