BCCI Central Contract 2022-23: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अंदर सौरव गांगुली के अध्यक्ष पद से हटने के बाद कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं। रोजर बिन्नी के पद संभालते ही विश्व कप में मिली हार के बाद चेतन शर्मा की अध्यक्षता वाली सेलेक्शन कमेटी को बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद अब कई सीनियर खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर भी चर्चा होने लगी है। जहां शनिवार को यह जानकारी मिली थी कि वनडे में शिखर धवन के भविष्य पर नई सेलेक्शन कमेटी फैसला करेगी। वहीं अब 2022-23 के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट को लेकर बड़ी जानकारी सामने आ रही है।
बीसीसीआई के 2022-23 के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट समेत कई मुद्दों पर 21 दिसंबर को होने वाली एपेक्स काउंसिल की मीटिंग में फैसला लिया जाएगा। उससे पहले यह खबरें आने लगी हैं कि दो बड़े खिलाड़ियों को नए कॉन्ट्रैक्ट से बाहर किया जा सकता है। सालों तक भारतीय क्रिकेट की सेवा करने वाले दो ऐसे खिलाड़ी जो पिछले कुछ समय से सिर्फ टेस्ट टीम का हिस्सा थे लेकिन अब वह इससे भी बाहर हैं। इतना ही नहीं अब नए कॉन्ट्रैक्ट से भी इन दोनों खिलाड़ियों को बाहर होना पड़ सकता है क्योंकि वह वर्तमान में किसी भी फॉर्मेट में टीम की प्लानिंग का हिस्सा नहीं हैं।
कौन हैं वो दो बड़े खिलाड़ी?
आपको बता दें कि आखिरी फैसला 21 दिसंबर को होने वाली बैठक के बाद ही होगा लेकिन उससे पहले यह जानकारी मिली है कि, अजिंक्य रहाणे और ईशांत शर्मा को अब नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर किया जा सकता है। इन दोनों के अलावा इस साल की शुरुआत में पहले ही टीम से बाहर किए गए रिद्दिमान साहा को भी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होना पड़ सकता है। बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में चार कैटेगरी होती हैं जिसमें A+, A, B और C शामिल हैं। रहाणे और ईशांत दोनों ही अभी B कैटेगरी में मौजूद हैं लेकिन अब उनके ऊपर बाहर होने का खतरा बढ़ गया है।
इन खिलाड़ियों को हो सकता है फायदा
वहीं यह भी कहा जा रहा है कि कुछ खिलाड़ियों को नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में बेहतरीन फायदा भी हो सकता है। शुभमन गिल और सूर्यकुमार यादव की नए कॉन्ट्रैक्ट में प्रमोशन के साथ बल्ले-बल्ले हो सकती है। इसके अलावा भविष्य में टीम इंडिया के टी20 कप्तान के तौर पर देखे जा रहे हार्दिक पंड्या को भी C से B कैटेगरी में प्रमोशन मिल सकता है। टी20 के नंबर 1 बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव ने साल 2022 में शानदार प्रदर्शन किया है। ऐसे में उनके अगर A नहीं तो कम से कम C से B कैटेगरी में तो प्रमोशन मिल ही सकता है। वहीं शुभमन गिल और ईशान किशन भी इस लिस्ट के लिए बड़े दावेदार हैं।
एक सीनियर ऑफिसर ने अपना नाम ना बताने की शर्त पर पीटीआई से बताया,"सूर्यकुमार यादव ग्रुप सी में है लेकिन पिछले एक साल के प्रदर्शन के बूते ग्रुप ए नहीं तो कम से कम ग्रुप बी में पदोन्नति के हकदार हैं। वह आईसीसी की मौजूदा टी20 रैंकिंग में शीर्ष बल्लेबाज हैं और ए कैटेगरी में जगह पाने के दावेदार भी हैं। गिल अब नियमित तौर पर दो फॉर्मेट (टेस्ट व वनडे) में खेलते हैं और वह ग्रुप सी से ग्रुप बी में पदोन्नति की उम्मीद कर रहे होंगे। ईशान किशन जैसे बल्लेबाज ने भी पिछले कुछ समय में कई मैच खेल लिए हैं। उन्हें इस सूची में जगह मिलना लगभग पक्का है।"
कैसे होता है कॉन्ट्रैक्ट का डिवीजन?
आपको बता दें कि बीसीसीआई की A+ कैटेगरी में मौजूद खिलाड़ी को सालाना 7 करोड़ रुपए मिलते हैं। वहीं ए कैटेगरी में 5 करोड़, बी में 3 करोड़ और सी में 1 करोड़ रुपए दिए जाते हैं। इन कैटेगरी का डिवीजन खिलाड़ी कितने फॉर्मेट में खेल रहे हैं और उनकी नियमितता के अनुसार किया जाता है। A+ और A कैटेगरी में मौजूद खिलाड़ी या तो तीनों फॉर्मेट खेलते हैं या फिर किसी एक फॉर्मेट में नियमित खेलते हैं। खिलाड़ियों का अनुभव और सीनियरटी भी इसके लिए मैटर करती है। वहीं बी कैटेगरी में दो फॉर्मेट खेलने वाले खिलाड़ी अमूमन शामिल होते हैं। जबकि सी में एक फॉर्मेट खेलने वाले खिलाड़ियों या फिर युवा कैप्ड खिलाड़ियों को जगह दी जाती है।
BCCI के मौजूदा सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की लिस्ट
A+ कैटेगरी (7 करोड़ सालाना)
विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह
A कैटेगरी (5 करोड़ सालाना)
रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, केएल राहुल, ऋषभ पंत
B कैटेगरी (3 करोड़ सालाना)
अजिंक्य रहाणे, अक्षर पटेल, चेतेश्वर पुजारा, श्रेयस अय्यर, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद सिराज, ईशांत शर्मा
C कैटेगरी (1 करोड़ सालाना)
शिखर धवन, हार्दिक पंड्या, युजवेंद्र चहल, मयंक अग्रवाल, दीपक चाहर, शुभमन गिल, हनुमा विहारी, रिद्दिमान साहा, सूर्यकुमार यादव, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव, वाशिंगटन सुंदर