क्रिकेट टीम में कप्तान किसी सेनापति की तरह होता है। कप्तान फील्ड को सेट करता और किस गेंदबाज को कब बॉलिंग देनी है इसका फैसला भी कैप्टन ही करता है। वहीं, DRS लेने में भी कप्तान का निर्णय ही सर्वोच्च माना जाता है, लेकिन ऐसा बहुत बार देखा गया है कि कप्तान मैच के दौरान चोटिल हो जाते हैं और मैदान से बाहर चले जाते हैं, उस समय टीम की बागडोर उपकप्तान के हाथों में आ जाती है। फिर उपकप्तान का रोल बढ़ जाता है। भारतीय टीम ने पिछले दो सालों में 5 कप्तान बदल दिए हैं। आइए जानते हैं, इसके बारे में।
टीम इंडिया ने बदले पांच उपकप्तान
भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ साल 2021 में दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेली थी। पहले टेस्ट मैच में विराट कोहली की गैरमौजूदगी में अजिंक्य रहाणे भारतीय टीम के कप्तान थे तब उपकप्तान की जिम्मेदारी चेतेश्वर पुजारा को दी गई। इसके बाद दूसरे टेस्ट में कोहली की वापसी हुई और रहाणे को प्लेइंग इलेवन से ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया ने सीरीज 1-0 से अपने नाम की थी।
साउथ अफ्रीका में राहुल बने थे उपकप्तान
न्यूजीलैंड सीरीज के बाद टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका का दौरा किया जहां तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गई थी तब विराट कोहली भारतीय टीम के कप्तान थे और केएल राहुल उपकप्तान बने थे। साउथ अफ्रीका सीरीज के बाद ही कोहली ने टेस्ट कप्तानी छोड़ दी और रोहित शर्मा इंडियन टीम के नए कैप्टन बने। साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत को 1-2 से सीरीज गंवानी पड़ी।
रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने पहली सीरीज श्रीलंका के खिलाफ खेली थी। इस सीरीज से पहले ही केएल राहुल चोटिल हो गए और श्रीलंका सीरीज में उपकप्तानी की जिम्मेदारी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने संभाली। इंग्लैंड दौरे पर एकमात्र टेस्ट मैच से पहले रोहित शर्मा कोविड पॉजिटिव हो गए। इसी वजह से जसप्रीत बुमराह कप्तान बने और उपकप्तान विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को बनाया गया।
अजिंक्य रहाणे को वापस मिली जिम्मेदारी
बांग्लादेश दौरे पर टीम इंडिया ने दो टेस्ट मैचों की सीरीज 2-0 से जीती थी, लेकिन टेस्ट सीरीज से पहले ही नियमित कप्तान रोहित शर्मा चोटिल हो गए। इसी वजह से केएल राहुल कप्तान बने और ऋषभ पंत के टीम में होने के बाद भी चेतेश्वर पुजारा को उपकप्तान बना दिया गया। उपकप्तान बदलने की कहानी यहीं नहीं रुकी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में केएल राहुल को उपकप्तान बनाया। फिर शुरुआती दो टेस्ट मैचों में फ्लॉप होने के बाद उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। वहीं, वेस्टइंडीज टूर के लिए उपकप्तान की जिम्मेदारी वापस अजिंक्य रहाणे को मिल गई है।