एशिया कप की मेजबानी को लेकर कई महीनों से विवाद जारी है। इस टूर्नामेंट की मेजबानी पाकिस्तान को करनी है, लेकिन भारत सरकार वहां बॉर्डर-विवादों को देखते हुए टीम भेजने को राजी नहीं है। बीसीसीआई सचिव जय शाह पहले ही मना कर चुके हैं कि एशिया कप के लिए भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी। सोमवार की सुबह से ही ये खबरें लगातार सामने आ रही थीं कि एशिया कप 2023 कैंसिल भी किया जा सकता है। लेकिन इसपर अब खुद एशियाई क्रिकेट काउंसिल ने सफाई दी है।
एसीसी ने दी सफाई
एसीसी के सूत्रों ने एशिया कप के स्थगित होने और उसी समय दुबई में पाकिस्तान के बिना टूर्नामेंट के आयोजन से जुड़ी मीडिया की खबरों का खंडन करते हुए कहा कि उन्होंने सदस्य देशों को ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं भेजा है। पाकिस्तान की मीडिया की एक खबर में दावा किया गया कि अगर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) न्यूटरल वेन्यू पर एशिया कप खेलने के लिए राजी नहीं होता है तो देश से टूर्नामेंट की मेजबानी वापस ली जा सकती है। पीसीबी ने एशिया कप की मेजबानी के लिए ‘हाइब्रिड मॉडल’ का प्रस्ताव रखा है जहां पाकिस्तान अपने मुकाबले घरेलू सरजमीं पर खेलेगा जबकि भारत तटस्थ स्थल पर खेलेगा जो पूरी संभावना है कि दुबई होगा।
यूएई में हो टूर्नामेंट- बीसीसीआई
पता चला है कि बीसीसीआई चाहता है कि पूरा टूर्नामेंट 2018 और 2022 की तरह यूएई में खेला जाए जहां दुबई, शारजाह और अबुधाबी में तीन मैदान हैं। एशिया कप 2018 का मेजबान भारत जबकि 2022 के टूर्नामेंट का मेजबान श्रीलंका था। दुबई में आईसीसी की बैठक के इतर हुई चर्चा की जानकारी रखने वाले एसीसी बोर्ड के एक सदस्य ने पीटीआई को नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया कि संदेशों का आदान-प्रदान हुआ लेकिन एशिया कप को स्थगित करने पर कोई चर्चा या प्रस्ताव पेश नहीं किया गया।
पहले पीसीबी को दी जाएगी जानकारी
सूत्र ने कहा कि दूसरी बात, अगर एशिया कप रद्द होता है तो पहले पीसीबी को सूचित किया जाएगा। अब तक ऐसा कुछ नहीं हुआ है। एसीसी अध्यक्ष (शाह) ने अब तक कोई भी आधिकारिक फैसला नहीं किया है। उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट को स्थगित या रद्द करने के लिए एसीसी को कार्यकारी बोर्ड की बैठक बुलानी होगी। अध्यक्ष 7 दिन में बैठक (वचुअल या ऑफलाइन) बुला सकता है। अब तक ऐसी किसी बैठक के बारे में सूचित नहीं किया गया है। एसीसी सूत्र ने कहा कि जहां तक उन्हें जानकारी है पीसीबी, एसीसी और बीसीसीआई के बीच पिछले आधिकारिक ईमेल में भारतीय टीम को आमंत्रण भेजा गया था जिसमें सर्वश्रेष्ठ सुरक्षा और मेहमानवाजी का आश्वासन दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन बेशक, मौजूदा संवेदनशील माहौल में भारत के लिए पाकिस्तान की यात्रा करना मुश्किल है।’’ एक अन्य मुद्दा आधिकारिक प्रसारणकर्ता द्वारा प्रसारण करार को लेकर पैसों का भुगतान है जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच कम से कम दो मुकाबले भी शामिल हैं। दोनों टीम अगर फाइनल में पहुंचती हैं जो तीसरा मुकाबला भी खेला जाएगा।