Highlights
- राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली ने इंग्लैंड के खिलाफ 1996 में किया था टेस्ट डेब्यू
- विराट कोहली ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू किया था अपना टेस्ट करियर
- दादा ने अपने टेस्ट डेब्यू पर खेली थी शतकीय पारी, द्रविड़ चूके तो विराट हुए थे फ्लॉप
भारतीय क्रिकेट के लिए 20 जून का दिन काफी ऐतिहासिक रहा है। इस दिन भारत के तीन ऐसे खिलाड़ियों ने अपना टेस्ट डेब्यू किया जो आगे चलकर टीम के कप्तान तो बने ही साथ ही एक उनके नाम के आगे दिग्गज भी जुड़ा। यह तीनों ही खिलाड़ी वर्तमान में भी भारतीय क्रिकेट का अहम अंग हैं। उसमें से एक हैं मौजूदा भारतीय हेड कोच राहुल द्रविड़, दूसरे हैं बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और तीसरे हैं स्टार क्रिकेटर व पूर्व कप्तान विराट कोहली।
भारत के इन तीनों ही दिग्गज क्रिकेटरों ने एक ही तारीख 20 जून को अपना टेस्ट डेब्यू किया था। खास बात यह रही कि उसमें सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने तो 20 जून 1996 को एकसाथ इंग्लैंड के खिलाफ ही टेस्ट मैच में अपना डेब्यू किया था। फिर 2011 में भारत को इसी तारीख पर एक और सितारा मिला जो आज भी दुनिया के मौजूदा दिग्गज क्रिकेटरों में से एक है, जिनका नाम है विराट कोहली। रन मशीन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना डेब्यू किया था।
दादा ने जड़ा था शतक, 5 रन पीछे रह गए थे द्रविड़
अगर उस डेब्यू टेस्ट मैच की बात करें तो 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने डेब्यू किया। यह मैच ड्रॉ रहा था और भारतीय टीम एक ही पारी खेली थी। इस मैच में गांगुली ने तीसरे नंबर पर खेलते हुए 301 गेंदों पर 131 रनों की पारी खेली थी। वहीं डेब्यू मैच में राहुल द्रविड़ 95 रन बनाकर आउट हो गए थे और अपने पहले टेस्ट शतक से चूक गए थे। किसे पता था कि इस मैच में डेब्यू करने वाले यह दोनों खिलाड़ी एक दिन विश्व क्रिकेट पर राज करेंगे।
विराट का टेस्ट डेब्यू रहा था फ्लॉप
2011 वर्ल्ड कप में टीम का हिस्सा रहे विराट को विश्व चैंपियन बनने के बाद टेस्ट डेब्यू का मौका मिला। वेस्टइंडीज दौरे पर किंगस्टन में खेले गए पहले टेस्ट में विराट कोहली ने अपना क्रिकेट के सबसे बड़े फॉर्मेट में डेब्यू किया। उन्होंने पहली पारी में महज 4 रन बनाए और फिडेल एडवर्ड्स ने उन्हें आउट कर दिया। इसके बाद दूसरी पारी में भी उनका बल्ला नहीं चला और वह 15 रन बनाकर एक बार फिर एडवर्ड्स का ही शिकार बन गए। लेकिन किसे पता था कि इस मैच में फ्लॉप होने के बाद वह रुकेंगे ही नहीं। इसका जीता जागता उदाहरण उनके रिकॉर्ड हैं।
तीनों दिग्गजों के टेस्ट करियर पर एक नजर
राहुल द्रविड़ ने इसके बाद भारत के लिए 164 टेस्ट मैच खेलते हुए 13288 रन बनाए, जिसमें 36 शतक और 63 अर्धशतक शामिल था। 270 रन उनका सर्वाधिक टेस्ट स्कोर रहा। दूसरी तरफ गांगुली ने 11363 वनडे रनों के अलावा 113 टेस्ट में 7212 रन बनाए। उनका नाम भारत के सबसे सफल कप्तानों में भी गिना जाता है। उधर विराट कोहली की बात करें वह अभी भी भारतीय टीम का स्तंभ हैं और उन्होंने 101 टेस्ट मैचों में ही 8043 रन बना लिए हैं। उनके नाम 27 टेस्ट और 43 वनडे सहित कुल 70 इंटरनेशनल शतक भी दर्ज हैं।