WTG 2023: वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स का आयोजन इस साल ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में किया गया। इस मुकाबले में भारत के कुल 32 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। जहां टीम इंडिया ने कुल 35 मेडल जीते। पिछले कुल सालों में भारत लगभग हर तरह के खेलों में हिस्सा ले रहा है। वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स उन लोगों के लिए आयोजित किया जाता है जिन्होंने अपने शरीर के किसी अंग को ट्रांसप्लांट किया हो। फिर चाहे वो ऑर्गन डोनर हो या फिर लेने वाला हो, सभी इस खेल में हिस्सा ले सकते हैं। भारत ने इस खेले में 35 मेडल तो जीते हैं, लेकिन इन एथलीटों में से एक मां-बेटे की जोड़ी ने सभी इंप्रेस कर दिया। दोनों मां और बेटे ने भारत के लिए मेडल जीता।
मां ने बेटे को दी किडनी
बैंगलोर के रहने वाले वरुण और दीपा ने ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में हुए वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स में भारत के लिए कुल 4 मेडल जीते। 13 साल के वरुण ने रैकेट इवेंट में 3 गोल्ड और उनकी मां दीपा ने बॉल थ्रो में एक ब्रान्ज मेडल अपने नाम किया। वरुण जब 9 साल के थे तब एक रात अचानक से उनके पेट में दर्द उठा। घर वालों को लगा कि यह कोई आम सा दर्द है, लेकिन अस्पताल जाने के बाद पता चला कि उनकी किडनी खराब हो चुकी है। पिता अपने बेटे को किडनी नहीं दे सके क्योंकि वह शुगर के मरीज हैं। ऐसे में मां ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अपने बेटे की जान बचाई और उसे अपनी किडनी दी।
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विदेश में बढ़ाया भारत का मान
भारत की ओर से गए 32 खिलाड़ियों ने 35 मेडल जीतकर इन खेलों में भारत का मान बढ़ाया है। ऑर्गन इंडिया नामक संस्थान ने इन खिलाड़ियों को एक साथ लाने का काम किया और उन्हें पर्थ के जाने में एक अहम भुमिका निभाई। ऑर्गन रिसीविंग एंड गिविंग अवेयरनेस नेटवर्क (ऑर्गन) इंडिया दिल्ली स्थित एक एनजीओ संगठन है। ऑर्गन इंडिया प्रोजेक्ट की शुरुआत 2013 में हुई थी। तब से लेकर आज तक उन्होंने इन खेलों में भारत का भागेदारी को बढ़ाया है। अब उनका अगला लक्ष्य साल 2025 के इन्हीं खेलों में भारत के लिए और भी मेडल जीतने का है।