युवराज सिंह ने हाल ही में संन्यास लेकर अपने चाहने वालों की आंखे नम कर दी थी, लेकिन उन्होंने अपने फैन्स से यह बात भी कही थी कि वो अब दूसरे देश की टी20 लीग में अपना जलवा जरूर बिखेरेंगे। हाल ही में कनाडा की ग्लोबल टी20 में युवराज सिंह को ट्रोंटो नेशनल्स ने अपने टीम में शामिल किया है। कुछ ही देर पहले उन्होंने ट्विट कर इसकी जानकारी दी।
युवराज सिंह ने संन्यास के दौरान कहा था, "मेरे जीवन में काफी उतार चढ़ाव रहे। 2011 वर्ल्ड कप जीतना सबसे यादगार पल था और मेंने अपने पिता का सपना पूरा किया कैंसर के दौरान सभी ने मेरा साथ दिया। उन्होंने आगे कहा कि वह काफी समय से रिटायरमेंट के बारे में सोच रहे थे और अब उनका प्लान आईसीसी द्वारा मान्यता प्राप्त टी-20 टूर्नामेंट्स में खेलने का है।
भारतीय टीम के साथ दो विश्व कप (2007 टी-20 और 2011 वनडे) युवराज ने कहा, "मैं बता नहीं सकता कि क्रिकेट ने मुझे क्या और कितना दिया है। मैं यहां बताना चाहता हूं कि मेरे पास आज जो कुछ है, क्रिकेट ने दिया है। क्रिकेट ही वह वजह है, जिसके कारण मैं आज यहां बैठा हूं।"
युवराज ने कहा, "2011 विश्व कप जीता, चार बार मैन आफ द मैच और मैन आफ द टूर्नामेंट बनना मेरे लिए किसी सपने के सच जैसा होना था। इसके बाद मुझे पता चला कि मैं कैंसर से पीड़ित हूं। उस सच को मैंने आत्मसात किया। जब मैं अपने करियर के सर्वोच्च मुकाम पर था, तभी यह सब हुआ।"
युवराज ने कहा, "इस दौरान मेरे परिवार और दोस्तों ने मेरा खूब साथ दिया। मैं उनके सहयोग को बयां नहीं कर सकता। बीसीसीआई और उसके अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन ने मेरे इलाज के दौरान काफी साथ दिया था।"
युवराज के संन्यास के कयास तभी से लगाए जाने लगे थे जब उन्हें 30 मई से खेले जाने वाले विश्वकप 2019 की भारतीय टीम में नहीं चुना गया था। भारतीय क्रिकेट में युवराज सिंह ( युवी ) के योगदान को हमेशा इतिहास के सुनहरे पन्ने में लिखा जायेगा। जिसमें सबसे पहले 2002 इंग्लैंड में मोहम्मद कैफ के साथ साझेदारी कर युवी ने इंग्लैंड कि सरजमीं पर भारत को नेटवेस्ट सीरीज जिताई थी।