पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह बताया है कि संन्यास के बाद काफी "सुकून" महसूस कर रहे हैं। युवराज ने जून 2019 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। वह आखिरी बार इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई बुशफायर के लिए एक चैरिटी मैच के दौरान क्रिकेट के मैदान पर दिखाई दिए थे।
युवराज ने गौरव कपूर से बातचीत में कहा, “जिस दिन मैं रिटायर हुआ, मुझे बहुत आज़ाद महसूस हुआ। जाहिर है कि यह एक भावनात्मक क्षण था, मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता लेकिन मुझे वास्तव में बहुत आजाद महसूस हुआ। मैं सालो तक ठीक से नहीं सो पाया था, इसके बाद मुझे अच्छी नींद आने लगी। मुझे अब बहुत सुकून महसूस हो रहा है।"
उन्होंने कहा, “मैं एक ऐसे मोड़ पर था जहां क्रिकेट मुझे मानसिक रूप से मदद नहीं कर रहा था। मैं बस अपने आप को खींच रहा था, और सोच रहा था कि मैं कब रिटायर हो जाऊं, क्या मुझे रिटायर होना चाहिए?"
युवराज ने कहा कि जब कभी-कभी वह इस खेल को याद करते हैं, तो वह जानते हैं कि कई साल उन्होंने खेला है और अब वह सुकून महसूस करते हैं। उन्होंने कहा, "जब आपका जीवन तेजी से भाग रहा होता हैं तो आपको बहुत सी चीजों का अहसास नहीं होता है और अचानक आप 'ओह' करके रुक जाते हैं कि यह क्या हुआ।"
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यवी ने आगे कहा, "मैं कभी-कभी खेल को याद करता हूं लेकिन बहुत ज्यादा नहीं क्योंकि मैं इतने सालों तक खेला हूं। मुझे प्रशंसकों से बहुत सारे संदेश मिलते हैं, मैं बहुत धन्य महसूस करता हूं। खेल ने मुझे जो सम्मान दिया है, मैं उस पर गर्व महसूस करता हूं।"
युवराज ने भारत के लिए 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 T20I मैच खेले। उन्होंने 2007 में भारत को 2007 विश्व कप जीत और 2011 वनडे विश्व कप जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2011 वर्ल्ड कप में युवराज को मैन ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया।