कराची: पाकिस्तान क्रिकट टीम के पूर्व कप्तान यूनुस खान ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के विदाई समारोह का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अगले हफ्ते लाहौर में यूनुस खान के साथ शाहिद अफरीदी और मिस्बाह-उल-हक के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया है। यूनुस खान का कहना है कि उनके और मिस्बाह के संन्यास लेने के इतने समय बाद आयोजन करने को कोई मतलब नहीं है।
यूनुस ने कहा, 'मुझे नहीं लगता ये विदाई समारोह कोई मतलब रखता है। इसका क्या मतलब है जब मैं और मिस्बाह इसी साल मई में संन्यास ले चुके हैं, दूसरे देशों में पूर्व कप्तानों और दिग्गज खिलाड़ियों को संन्यास लेने के कुछ ही दिन बाद विदाई दी जाती है। मुझे इस विदाई का कोई औचित्य नहीं दिखता और मुझे कोई पैसा नहीं चाहिए। पीसीबी से किसी ने मुझे फोन कर आमंत्रण दिया था और कहा था कि मुझे ईनाम में अच्छी रकम मिलेगी, लेकिन मैंने फैसला किया है कि मैं नहीं जाऊंगा क्योंकि मैंने पीसीबी में जो कुछ देखा है और करियर के दौरान में जिन स्थितियों से गुजरा हूं वो मैं कभी नहीं भूल सकता।
यूनुस ने बताया कि बोर्ड ने उनकी अनुबंध की मासिक राशि से 45 दिन का वेतन काट दिया था। यूनुस ने बताया, 'मैं 14 मई को रिटायर हो गया था और मेरा अनुबंध जून के आखिर में खत्म हो रहा था। मैंने खुद बोर्ड को इस बारे में जानकारी दी थी लेकिन मैंने ये कभी नहीं सोचा था कि वह राशि घटा देंगे। ये एक सीनियर खिलाड़ी के प्रति सम्मान जताने का तरीका नहीं है। मेरी वजह से उन्होंने मिस्बाह के साथ भी ऐसा ही किया।'