श्रीलंका ने हाल ही में देश का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बनाने का ऐलान किया था जिस पर पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने ने एक बार फिर सवाल उठाए हैं। बता दें, श्रीलंका सरकार बोर्ड के साथ मिलकर देश का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बनाने की योजना बना रही है। लगभग 30-40 मिलियन डॉलर की लागत से तीन साल के भीतर इसका निर्माण पूरा होने की उम्मीद है।
श्रीलंका सरकार के नए स्टेडियम की जरुरत पर सवाल उठाते हुए जयवर्धने कहा था कि मौजूदा बुनियादी ढांचे का ही पूरा इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है, ऐसे में अन्य स्टेडियम की बात करना सही नहीं है।
जयवर्धने द्वारा इस मामलें में सवाल उठाए जाने के बाद श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (एसएलसी) ने एक स्पष्टीकरण जारी कर कहा कि वे लंबे समय से कोलंबो के करीब एक नए स्टेडियम की तलाश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आईसीसी के बड़े आयोजन की मेजबानी के लिए पांच विश्व स्तरीय स्टेडियमों की जरूरत होती है।
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने अपने ट्विटर हैंडल पर जारी एक बयान में कहा, "यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि श्रीलंका क्रिकेट ने आईसीसी विश्व कप के दो कार्यक्रमों की मेजबानी के लिए इच्छा जाहिर की है, जो वर्ष 2023 से 2031 में आयोजित होने वाले हैं।"
महेला जयवर्धने ने मंगलवार (19 मई) को ट्वीट कर एक बार फिर सरकार के इस कदम की आलोचना की है। जयवर्धन ने ट्वीट किया, "एसएलसी के स्पष्टीकरण पर ध्यान देने के बाद मैं अपनी गैर राजनीतिक राय देता हूं। हम मौजूदा स्टेडियम के साथ एक टी20 विश्व कप और 50 ओवर के विश्व कप की सह-मेजबानी कर चुके हैं।"
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उन्होंने कहा, "सबसे पहले आप विश्व कप के लिए बोली लगाए और फिर यदि आप इसे हासिल करने में सफल हो जाते हैं तो आईसीसी की वित्तीय सहायता से आप बुनियादी ढांचे का निर्माण कर सकते हैं।" उन्होंने आगे ट्वीट में कहा, "आप आने वाले 10-15 साल में विश्व कप की मेजबानी हासिल करने उम्मीद में 40 मिलियन अमरीकी डॉलर से स्टेडियम का निर्माण नहीं कर सकते।"
श्रीलंका में पहले से ही आठ अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम है जो कैंडी, गाले, कोलंबो, हंबनटोटा, दाम्बुला, पल्लेकेले और मोरातुवा में मौजूद हैं। पिछले कुछ सालों से श्रीलंका की क्रिकेट टीम का विश्व स्तर प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है।