साल 2016 से टेस्ट क्रिकेट की बादशाहत हासिल करने वाली टीम इंडिया इस साल के अंत तक भी आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक पायदान पर काबिज रही। जिसके पीछे का कारण धाकड़ गेंदबाज और बल्लेबाज रहे। साल 2018 में साउथ अफ्रीका दौरे से शुरू हुई टेस्ट क्रिकेट में सलामी जोड़ी की समस्या का हल भी टीम इंडिया ने निकाल लिया है। साल 2018 के अंत में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सलामी बल्लेबाज के रूप में शामिल हुए मयंक अग्रवाल ने इस साल रनों की जमकर वर्षा की है। जिसके चलते उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में रन बनाने के मामले में कप्तान विराट कोहली तक को पीछे छोड़ दिया है।
मयंक को 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टेस्ट टीम में जगह दी गई। जिसमें उन्होंने साल 2018 में कंगारू टीम के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में डेब्यू किया और दोनों पारियों में 76 व 42 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने अपनी मजबूत रक्षात्मक तकनीकी के साथ आक्रामक शैली से साबित कर दिया था कि वो टेस्ट क्रिकेट में काफी आगे जाने वाले खिलाड़ी हैं। इसके बाद उन्हें 3 जनवरी से शुरू होने वाले चौथे सिडनी टेस्ट में मौका मिला, जिसमें मयंक ने 77 रन की पारी खेली।
ऑस्ट्रेलिया दौरे से बाद उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया। कैरेबियाई दौरा मयंक के लिए यादगार नहीं रहा जिसमें वो 2 टेस्ट मैचों की चार पारियों में एक ही अर्धशतक जमा पाए। इसके बाद बारी थी भारतीय सरजमीं पर अपने बल्ले से धमाल मचाने की। मयंक ने घरेलू सरजमीं पर पहले टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विशाखापत्तनम में 215 रन की पारी खेलकर फिर से खुद को साबित कर दिया। इस टेस्ट के बाद प्रोटियाज के खिलाफ अगले ही मैच में उन्होंने 108 रन की एक और शानदार पारी खेल डाली। हालांकि तीसरे मैच में वो सिर्फ 10 रन ही बना पाए।
जबकि साउथ अफ्रीका के बाद मयंक ने एक बार फिर पहले टेस्ट मैच में अपने दोहरे शतक से बांग्लादेश का स्वागत किया और 243 रन की दमदार पारी खेली। जिसके चलते मयंक ने घरेलू धरती पर पांच टेस्ट मैचों दो दोहरे शतक और एक शतक ठोक डाले। इस तरह मयंक एक साल में टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए। मयंक ने 8 टेस्ट मैचों की 11 पारियों में 68.54 की औसत से कुल 754 रन बनाए। जबकि इस मामले में तीसरे स्थान पर विराट कोहली रहे जिन्होंने 8 टेस्ट में 68 की औसत से 612 रन बनाए। जबकि दूसरे स्थान पर टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे रहे जिन्होंने 8 टेस्ट में 71.33 की औसत से 642 रन बनाए।