नयी दिल्ली: पंकज आडवाणी ने बीते साल भी उम्र को महज नंबर बताकर शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए अंक और समय दोनों फॉर्मेट में विश्व बिलियर्डस खिताब अपने नाम किये। 33 साल के पंकज ने जीत की भूख खत्म नहीं होने दी और खिताब दर खिताब जीतने के बावजूद अपने प्रदर्शन में कोई कमी नहीं आने दी है। उन्होंने लगातार तीसरे साल नवंबर में म्यामां में अंक प्रारूप में विश्व चैम्पियनशिप जीती। पहली बार उन्होंने 2015 में यह खिताब जीता था।
बिलियर्डस और स्नूकर दोनों में अच्छा तालमेल बिठाने वाले आडवाणी ने स्नूकर ट्रॉफी भी जीती जब उन्होंने और मनन चंद्रा ने मार्च में दोहा में विश्व टीम चैम्पियनशिप में पाकिस्तान को हराकर खिताब अपने नाम किया।
आडवाणी ने कहा,‘‘मैंने इस साल बहुत ज्यादा टूर्नामेंट नहीं खेले लेकिन 2018 बिलियर्डस में अच्छा रहा जिसमें राष्ट्रीय, एशियाई और विश्व खिताब अपने नाम किये। स्नूकर में विश्व टीम कप मनन के साथ जीता। चीन में एशियाई टूर पर मिली जीत भी रोमांचक रही।’’
रोजर फेडरर के प्रशंसक आडवाणी का रिटायर होने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा,‘‘अगले साल कई टूर्नामेंट होने हैं। मेरा फोकस स्नूकर में अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिये क्वालीफाई करना है।’’
आडवाणी ने सातवीं बार एशियाई बिलियर्डस खिताब भी जीता। इसी टूर्नामेंट में भारत की अमी कमानी ने एशियाई महिला स्नूकर अपने नाम किया। विश्व चैम्पियनशिप में आडवाणी ने अभी तक समय प्रारूप में आठ बिलियर्डस खिताब अपने नाम कर लिये हैं और छह खिताब दूसरे फॉर्मेट में जीते। वह तीन बार विश्व स्नूकर चैम्पियनशिप भी जीत चुके हैं और दो सिक्स रेड खिताब अपने नाम किये।