साल 2018 कई क्रिकेटरों के लिए मैदान में आखिरी साल साबित हुआ। क्रिकेट को जीने वाले इन खिलाड़ियों की चमक अब इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर नहीं दिखेगी। आज हम आपको उन दिग्गज खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके संन्यास के फैसले ने फैंस के सन्न कर दिया।
गौतम गंभीर
भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज रहे दिग्गज क्रिकेटर गौतम गंभीर ने इस साल इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया। गंभीर ने इंटरनेशनल क्रिकेट के साथ-साथ घरेलू क्रिकेट और आईपीएल को भी अलविदा कह दिया है। गंभीर ने अपना आखिरी टेस्ट मैच नवंबर 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। वहीं उन्होंने सीमित ओवर क्रिकेट में आखिरी बार जनवरी 2013 में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और दिसंबर 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था। आपको बता दें कि गंभीर ने 58 टेस्ट मैचों में 41.96 की औसत से 4154 रन बनाये जिसमें 9 शतकीय पारी शामिल है। उन्होंने 147 वनडे मैचों में 39.68 की औसत और 11 शतकीय पारियों की मदद से 5238 रन बनाये। गंभीर से टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में भी अपनी छाप छोड़ी। उन्होंने 37 मैच में 7 अर्धशतक की मदद से 932 रन बनाये जिसमें उनका औसत 27.41 का था। आईपीएल में भी उन्होंने सफलता का स्वाद चखा और कोलकाता नाइट राइडर्स को 2012 और 2014 में कप्तान के तौर पर चैम्पियन बनाने में अहम भूमिका निभाई।
एलिस्टर कुक
इंग्लैंड के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज एलिस्टर कुक ने भारत के खिलाफ टेस्ट के बाद क्रिकेट से संन्यास लिया। आपको बता दें कि कुक ने भारत के खिलाफ मार्च, 2006 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। कुक ने डेब्यू मैच की पहली पारी में 60 और दूसरी पारी में नाबाद 104 रनों की पारी खेलकर टेस्ट क्रिकेट में शानदार आगाज किया था। कुक ने इंग्लैंड के लिए 160 टेस्ट मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 44.88 की औसत से 12,254 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 32 शतक और 56 अर्धशतक निकले हैं। कुक के नाम इंग्लैंड की तरफ से सबसे ज्यादा रन, सबसे ज्यादा मैच सबसे ज्यादा शतक और सबसे ज्यादा 150 से ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। माना जा रहा था कि कुक सचिन तेंदुलकर के टेस्ट मैचों में कई रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं लेकिन पिछले लंबे समय से कुक के बल्ले से रन नहीं निकल रहे थे। जिसके बाद उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना लिया था।
एबी डिविलियर्स
दक्षिण अफ्रीका के सबसे धमाकेदार बल्लेबाज और मिस्टर 360 डिग्री के नाम से मशहूर एबी डिविलियर्स ने भी इस संन्यास का ऐलान कर फैंस को हरान कर दिया था। डिविलियर्स का संन्यास लेना दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट को हिलाने वाली खबर थी क्योंकि वो विश्व कप की टीम का अहम हिस्सा थे और माना जा रहा था कि डिविलियर्स साल 2019 विश्व कप जरूर खेलेंगे और इसके बाद ही वो संन्यास लेंगे। डिविलियर्स ने 114 टेस्ट मैचों की 91 पारियों में 50.66 की औसत से 8765 रन बनाए हैं, जिसमें 22 शतक और 46 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट में उनका बेस्ट स्कोर 278 है। वहीं उन्होंने 228 वनडे मैच खेले हैं, जिनमें 53.50 की औसत से 9,577 रन बनाए हैं। वनडे में उनके नाम 25 शतक और 53 अर्धशतक शामिल हैं। वनडे में उनका सर्वाधिक स्कोर 176 रन है। टी-20 में डिविलियर्स ने अपने देश के लिए 78 मैच खेले हैं और 1672 रन बनाए हैं। टी-20 में उन्होंने 26.12 की औसत से रन बनाए हैं। खेल के सबसे छोटे फॉर्मेट में उनके नाम 10 अर्धशतक हैं और नाबाद 79 उनका बेस्ट स्कोर है।
केविन पीटरसन
इंग्लैंड के दिग्गज खिलाड़ी केविन पीटरसन ने भी इस साल क्रिकेट से संन्यास लिया। पीटरसन ने अपना आखिरी टेस्ट 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। उसके बाद से टीम में आने के लिए संघर्ष कर रहे थे। इस दौरान वह कई विवादों में भी रहे। इंग्लैंड के लिए 104 टेस्ट खेलने वाले इस दिग्गज खिलाड़ी ने इंस्टाग्राम पर रिटायरमेंट का ऐलान करते हुए लिखा- किसी ने अभी ट्वीट करके मुझे जानकारी दी कि मैंने प्रोफेशनल करियर में 152 फिफ्टी और 68 सेंचुरी की मदद से 30,000 रन पूरे कर लिए हैं। 4 एशेज जीत का हिस्सा रहा। टी-20 वर्ल्ड कप जीता। भारत को उसके मैदान में हराया। बांग्लादेश के अलावा सभी प्रमुख टेस्ट देशों के खिलाफ घर और विदेश में 100 से ज्यादा टेस्ट खेले। यह सभी मेरे परिवार को समर्पित है, जिन्होंने हर हाल में पूरी तरह मेरा सपॉर्ट किया। पीटरसन ने इंग्लैंड के लिए 104 टेस्ट में 47 की औसत से 8181 रन बनाए। जबकि 136 वनडे में उनके नाम 4440 रन हैं। टेस्ट में पीटरसन ने 23 जबकि वनडे में 9 शतक हैं। टी20 विश्व जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे पीटरसन ने इस फॉर्मेट में 1176 रन बनाए हैं।
मोहम्मद कैफ
37 साल के कैफ ने इसी साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा है और उन्हें भारत के शानदार खिलाड़ियों में शुमार किया जाता है। कैफ को इंग्लैंड में नेट वेस्ट सीरीज के फाइनल में भारत को जीत दिलाने के लिए भी याद किया जाता है। आपको बता दें कि कैफ ने भारत के लिए 125 वनडे, 13 टेस्ट मैच खेले हैं। इसके अलावा घरेलू क्रिकेट में कैफ के नाम 186 मैचों में 10,229 रन हैं। अब कैफ के दिल्ली कैपिटल्स के साथ जुड़ने से इस बात की उम्मीद बढ़ गई है कि टीम अगले सीजन में अच्छा खेल दिखाएगी और कम से कम प्लेऑफ तक का सफर तय करेगी। दिल्ली कैपिटल्स के लिए अब तक आईपीएल कुछ खास नहीं रहा है।
आरपी सिंह
लखनऊ के गोमतीनगर के रहने वाले आरपी सिंह ने इस साल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी। आरपी सिंह का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर लगभग छह साल का रहा। उन्होंने इस दौरान क्रिकेट के सभी प्रारूपों में 82 मैच खेले और 100 से ज्यादा विकेट चटकाए। इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘फिलहाल मैं ग्रेटर नोएडा में युवा क्रिकेटरों को प्रशिक्षण देने के लिए क्रिकेट अकैडमी चला रहा हूं। मैं युवा और उभरते हुए क्रिकेटरों को प्रशिक्षण दे रहा हूं, ताकि वो क्रिकेट में राज्य और देश का नाम रौशन कर सकें।'' आरपी ने साल 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी वनडे मैच खेला था। आर पी ने भारत की तरफ से कुल 14 टेस्ट, 58 वनडे और 10 टी-20 मैच खेले।
प्रवीण कुमार
भारत के तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार ने भी इस साल क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। प्रवीण कुमार ने 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था जिसमें उनके हाथ एक भी विकेट नहीं लगा था, लेकिन बाद में अपनी स्विंग का जादू प्रवीण ने पूरी दुनिया को दिखाया। लगभग 4 साल वनडे खेलने के बाद प्रवीण कुमार को भारतीय टेस्ट टीम में जगह मिली। टेस्ट क्रिकेट के अपने छोटे से करियर में प्रवीण ने खूब धमाल मचाया। उन्होंने अपने करियर में कुल 6 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने कुल 27 विकेट लिए। यह सभी टेस्ट मैच उन्होंने भारत से बाहर खेले थे। जबकि 67 वनडे पारियों में 77 विकेट हासिल किए। भारत की तरफ से 10 टी-20 में उनके नाम 8 विकेट हैं।
मुनाफ पटेल
साल 2011 में भारत के विश्व कप जीतने में अहम भूमिका निभाने वाले तेज गेंदबाज मुनाफ पटेल ने इस साल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया। मुनाफ पटेल ने भारत को साल 2011 का विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। मुनाफ ने भारत के लिए तीनों फॉर्मेट खेले हैं। मुनाफ ने 9 मार्च, 2006 को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट, 3 अप्रैल, 2006 को इंग्लैंड के खिलाफ ही वनडे और 9 जनवरी, 2011 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 डेब्यू किया था। इसके बाद मुनाफ ने अपना आखिरी टेस्ट, वनडे और टी20 साल 2011 में खेला था और इसके बाद से वो लगातार टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे। मुनाफ ने भारत के लिए 13 टेस्ट मैचों में 35, 70 वनडे मैचों में 86 और 3 टी20 मैचों में 4 विकेट हासिल किए थे।
मोर्ने मोर्कल
दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्कल ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का लिया। भारत के खिलाफ साल 2006 में करियर की शुरुआत करने वाले मोर्कल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी मैच खेला। मोर्कल ने कहा, 'यह एक बेहद मुश्किल फैसला था लेकिन मुझे लगता है कि एक नया अध्याय शुरू करने का समय सही है। मेरे ऊपर एक युवा परिवार और अपनी पत्नी की भी जिम्मेदारी है, और मौजूदा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बिजी शेड्यूल के चलते हमपर काफी दबाव रहता है। मेरी जिंदगी में पहले अपने परिवार को जगह देनी होगी। गौरतलब है कि मोर्कल ने अफ्रीका के लिए 83 टेस्ट में 294 विकेट, 117 वनडे में 188 विकेट और 44 टी20 में 47 विकेट लिए हैं।
रंगना हेराथ
श्रीलंका के स्टार गेंदबाज रंगना हेराथ ने इस साल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। रंगना ने साल 1999 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था। रंगना बेहद प्रतिभाशाली गेंदबाज माने जाते रहे हैं लेकिन मुथैया मुरलीधरन के कारण उन्हें ज्यादातर टीम से बाहर ही रहना पड़ा। हेराथ ने 1999 में गॉल में ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट खेला था। हेराथ श्रीलंका के लिए 92 टेस्ट मैच खेल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 27.95 की औसत से 430 विकेट हासिल किए हैं। हेराथ ने मैच में 5 विकेट 34 बार और 10 विकेट 9 बार झटके हैं। श्रीलंका की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में वो मुरलीधरन (800 विकेट) के बाद दूसरे स्थान पर हैं। हेराथ ने श्रीलंका के लिए 71 वनडे मैचों में 74 और 17 टी20 मैचों में 18 विकेट हासिल किए हैं। हेराथ को श्रीलंका टेस्ट टीम की कप्तानी करने का भी मौका मिला था और उन्होंने 5 मैचों में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया। इस दौरान उन्होंने इन पांच मैतों में 36 विकेट हासिल किए थे। साफ है कि हेराथ के योगदान को श्रीलंका क्रिकेट कभी नहीं भुला सकता।