साउथम्पटन। भारत के पूर्व लेफ्ट आर्म स्पिनर दिलीप दोशी का मानना है कि यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले जा रहे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल मुकाबले में रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन की भूमिका बड़ी होगी। दोशी भारत के ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अन्य भारतीयों की तुलना में इंग्लैंड में ज्यादा क्रिकेट खेला है। भारतीय टीम डब्ल्यूटीसी फाइनल मुकाबले के तीसरे दिन पहली पारी में 217 रन बनाकर ऑलआउट हुई।
दोशी ने कहा, "भारत को हर एक रन के लिए लड़ना होगा। मुझे लगता है कि जडेजा और अश्विन की भूमिका इस मैच में बड़ी होगी।"
कप्तान विराट कोहली ऐसी गेंद पर आउट हुए जो विकेट टेकिंग डिलेवरी थी। ऐसा ही हालांकि ऋषभ पंत और अजिंक्य रहाणे के लिए नहीं कह सकते।
इंग्लैंड की तुलना में ऑस्ट्रेलिया में बाउंस ज्यादा होती है लेकिन स्विंग और तेजी कम है।
चुनौतीपूर्ण वातावरण में पंत को इस मैच में प्रदर्शन करने की जरूरत थी। हालांकि वह ऐसा करने में नाकाम रहे।
रहाणे ने 2014 में इंग्लैंड में अपने पहले दौरे पर लॉर्ड्स में शतक लगाया था जो इंग्लिश विकेट पर उनकी सर्वाधिक प्राभावित करने वाली पारी है। उन्हें अब उस प्रदर्शन को दोहराने की जरूरत है।
हालांकि, वह धीरे-धीरे अर्धशतक की ओर बढ़ रहे थे लेकिन स्कावयर लेग पर कैच आउट हुए। कोहली के पवेलियन लौटने के बाद रहाणे पर ज्यादा दारोमदार था।
अश्विन भी बल्लेबाजी कर लेते हैं, लेकिन इस मैच में वह भी कुछ खास नहीं कर सके। न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों को खासा परेशान किया।
काइल जैमिसन ने 22 ओवर में 12 मेडन फेंके और 31 रन देकर पांच विकेट लिए।
दोशी ने कहा, "न्यूजीलैंड के लिए यहां घर जैसा वातावरण है। कीवी गेंदबाजों ने बेहतरीन गेंदबाजी की और भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव डाला।"
भारत के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा, "इस कठिन वातावरण में भी रोहित शर्मा, कोहली और रहाणे ने बेहतर किया जबकि शुभमन गिल ने भी छाप छोड़ी।"