टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की टीम में जबसे महेंद्र सिंह धोनी ने साल 2004 में डेब्यू करते हुए विकेट के पीछे की जिम्मेदारी संभाली तबसे अन्य विकेटकीपरों के लिए रास्ते बंद हो गए थे। जिसमें पार्थिव पटेल, दिनेश कार्तिक और रिद्धिमान साहा जैसे नाम शामिल है। धोनी ने ना सिर्फ आक्रामक बल्लेबाजी से बल्कि बिजली की तेज जैसी स्टंपिंग से सभी का दिल जीता। जिसके चलते जब तक उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास नहीं लिया तब तक किसी अन्य विकेटकीपर का टीम इंडिया में स्थायी जगह बना पाना नामुमकिन रहा। जिसके बारे में अब रिद्धिमान साहा ने भी माना कि जब तक धोनी खेल रहे थे तब तक उन्हें कोई भी नहीं रिप्लेस कर सकता था।
एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में साहा ने कहा, "महेंद्र सिंह धोनी को क्रिकेट में कोई भी रेप्लस नहीं कर सकता है। मैंने महेंद्र सिंह धोनी को टेस्ट क्रिकेट में रिप्लेस नहीं किया है, बल्कि धोनी ने जब टेस्ट क्रिकेट छोड़ा तब मुझे मौका मिला और मैं टेस्ट टीम का स्थायी विकेटकीपर बल्लेबाज बन पाया।"
इतना ही नहीं आगे धोनी की तेज विकेटकीपिंग और चपलता से भरी स्टंपिंग के बारे में साहा ने कहा कि आज भी हम उनसे विकेटकीपिंग को लेकर टिप्स लिया करते हैं।
जिसके बारे में साहा ने कहा, "सिर्फ कुछ पलों में उनकी तेज स्टंपिंग और बल्लेबाजी ये सभी चीज़ें उनसे सीखने लायक है। वो ( धोनी ) मुझसे 2 से 4 साल बड़े हैं तो मुझे पता था कि अगर धोनी खेल रहे हैं तो मुझे मौका नहीं मिलेगा। कोई भी बाहर नहीं बैठना चाहता लेकिन अगर धोनी टीम में है तो आपके पास कोई विकल्प नहीं बचता है। इस तरह मैंने सीखा कि जब भी मौका मिले तो प्रदर्शन करना है। मैंने नागपुर टेस्ट मैच के दौरान उनसे पूछा कि कौन कीपिंग कर रहा है तो उन्होंने कहा निश्चित तौर पर मैं कीपिंग कर रहा हूँ। तुम बहुत अच्छे फील्डर हो और जाओ फील्डिंग करो।"
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वहीं अब टेस्ट क्रिकेट में धोनी के संन्यास लेने के बाद साहा बतौर सीनियर विकेटकीपर बल्लेबाज खेलते हैं। उनके बाद टीम इंडिया में ऋषभ पंत को देखा जाता है। जिनके बारे में पूछे जाने पर साहा ने कहा, " मैं राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में था और पंत आए उन्होंने मुझे इंग्लैंड में होने वाली स्विंग कंडीशन के बारे में बताया। तो ऐसा नहीं है कि मैं अगर नहीं खेल रहा हूँ तो उनसे ये कहूँ कि तुम खेल रहे हो तो मैं तुमसे बात नहीं करूंगा। हम दोनों अच्छे दोस्त हैं और वीडियो गेम्स भी साथ में खेलते हैं।"
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बता दें कि रिद्धिमान साहा ने 2010 में डेब्यू किया था। जिसके बाद से वो आज तक टीम इंडिया के लिए खेलते आ रहे हैं। हालांकि इस बीच उन्हें तमाम चोटों का भी सामना करना पड़ा है। जिसके चलते वो अभी तक भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 37 टेस्ट और 9 वनडे मैच खेले हैं, जबकि आईपीएल में वो 120 मैच खेल चुके हैं।