4. नेहरा को सलाम। ख़ूनख़राबे के बीच इस बॉलर ने अपने कोटे के चार ओवरों में मात्र 24 रन दिए यानी बाक़ी बॉलर के 15.4 ओवरों में 11.7 रन प्रति ओवर की दर से बाक़ी 170 रनों का दोहन हुआ। जब नेहरा इतनी शानदार गेंदबाजी कर रहे थे तो एक ओवर उनका अंतिम समय के लिए बचाकर रखा जा सकता है, क्रिकेट में आप अपने मुख्यक गेंदबाज का सबसे जरूरी समय पर उपयोग नहीं करेंगे तो आखिर कब करेंगे ?
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