क्रिकेट को अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है। जिसमें पलक झपकते क्या घटित हो जाए इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। इस तरह अगले पल कोई अनहोनी ना हो इसके लिए फैंस से लेकर खिलाड़ी तक सभी दुआएं करते हैं। इतना ही नहीं इससे पार पाने के लिए खिलाड़ी तमाम तरह के टोने-टोटकों पर भी विश्वास करते हैं। जिसके बारे में खुद क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि वो इस खेल में अक्सर टोने-टोटकों को आजमाया करते थे। जिसका जीता जागता उदाहरण विश्व कप 2011 के फाइनल मुकाबलें में वीरेंद्र सहवाग को बाथरूम तक ना जाने देना था। सहवाग ने इस बात का बाद में खुलासा किया था और टीम इंडिया खिताब की प्रबल दावेदार बनी थी।
अब ऐसे में बात अगर टोने-टोटकों कि हो तो पडोसी मुल्क पाकिस्तान भी इसमें पीछे नहीं रहा है। उनके लिए तो एक टोटका इतना लकी बना कि पाकिस्तान सीधे विश्व कप जीत 'कॉर्नर टाइगर्स' बनकर मुल्क लौटा। जी हाँ पाकिस्तान ने विश्व कप के इतिहास में सिर्फ एक बार 1992 विश्व कप जीता था। उस समय टीम के कप्तान वर्तमान में पाकिस्तान देश के हुक्मरान ( प्रधानमंत्री ) इमरान खान थे। जिन्होंने हारती हुई टीम को देखकर एक टी-शर्ट पहनी जिसमें चीता बना हुआ था। इसके बाद पाकिस्तान की किस्मत भी चीते की तेज रफ़्तार जैसी पलटी और विश्व कप जीताकर दम ली।
1975 में शुरू हुए क्रिकेट के विश्वकप का चौथा एडिशन ऑस्ट्रेलिया में खेला गया। जिसमें पहली बार रंगीन कपड़ों, सफ़ेद गेंद, फील्डिंग रेस्ट्रिक्शन और दिन रात्रि के मैच खेले गए। इतना ही नही साउथ अफ्रीका की टीम ने भी पहली बार इसी विश्वकप में हिस्सा लिया था। जिसमें सभी टीमों ने जोरदार शुरुआत की मगर पाकिस्तान को हार नसीब हुई। इस तरह शुरू के पांच मैचों में पाकिस्तान तीन हार और एक ड्रा के साथ टूर्नामेंट से बाहर निकलने के कॉर्नर में आ गया था। चारो तरफ पाकिस्तान के बाहर होने की चर्चा होने लगी थी।
इसी बीच छठा मैच पाकिस्तान बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच पर्थ में खेला जाना था। जिसमें पाकिस्तान के कप्तान रहे इमरान खान ने टॉस के समय सफ़ेद रंग की टी-शर्ट पहनी। जिसमें चीता बना हुआ था। टॉस जीतने के बाद जब उनसे पूछा गया कि आप अपनी यूनिफार्म ना पहनकर इस टी शर्ट में क्यों आये हैं? जिस पर इमरान ने कहा, "हमारी टीम के लिए आज जीतना बहुर जरुरी है चूंकि हम टूर्नामेंट के कॉर्नर में आ गए हैं। इसलिए आज हम 'कॉर्नर टाइगर्स' की तरह खेलेंगे और जीत हासिल करना चाहेंगे।
इसके बाद मैच में पाकिस्तान ने वाकई कॉर्नर टाइगर्स की तरह कमाल दिखाते हुए मेजबान ऑस्ट्रेलिया को 48 रनों से हरा दिया। ऐसे में एक बार जीत का स्वाद चख चुके पाकिस्तानी कॉर्नर टाइगर्स ने फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखा और लगातार श्रीलंका और न्यूजीलैंड को हराने के बाद सेमीफाइनल में एक बार फिर न्यूजीलैंड को हराकर फाइनल में प्रवेश किया। जिसमें उसने इंग्लैंड को हराकर विश्वकप ख़िताब पर पहली बार कब्जा किया। तबसे लेकर आज तक पाकिस्तान दूसरा विश्वकप नहीं जीत पाया है।
इस तरह विश्वकप के इतिहास में पहली बार किसी खिलाड़ी को हरा पैजामा और चीते वाली टी-शर्ट के साथ टॉस करते देखा गया। जिसने पाकिस्तान को अनिश्चितताओं के खेल क्रिकेट में बादशाह बना दिया और उसके टोटके के रूप में टी-शर्ट चर्चा का विषय बन गई। जैसा तबसे लेकर आज तक कभी नहीं हुआ।