इंग्लैंड एंड वेल्स में जब 30 मई को क्रिकेट विश्व कप 2019 शुरू होने वाला था तो क्रिकेट दिग्गज से लेकर पंडित तक इसे बल्लेबाजों का विश्वकप बता रहे थे। सभी का कहना था कि इस बार इंग्लैंड की सपाट विकटों पर गेंदबाजों की कब्र बनेगी। लिहाजा पिच बिल्कुल सूखी और सपाट होगी जिसमें गेंदबाजो को ना तो स्विंग और सीम कुछ भी नहीं मिलेगा। मगर नियति को कुछ और ही मंजूर था जिसके चलते गेंदबाजों ने इंग्लैंड की सपाट विकटों पर धमाल मचा रखा है। जिसका जीता जागता उदाहरण टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट हैं। जिन्होंने हैट्रिक लेकर विश्व कप के इतिहास में अपना नाम सुनहरें अक्षरों से लिखवा लिया है।
विश्व कप में अब ज्यादातर देखा जा रहा है जो टीम टॉस जीत रही है वो बल्लेबाजी करने के बाद गेंदबाजी के दम पर लक्ष्य का बचाव करके मैच को अपने नाम कर रही हैं। जैसा की क्रिकेट में कहावत है कि बल्लेबाज मैच बनाते है मगर जीत हमेशा गेंदबाज ही दिलाते हैं। इस तरह देखा जाए तो वही टीम ख़िताब की प्रबल दावेदार मानी जाएगी। जिसकी गेंदबाजी में उच्च कोटि का स्तर होगा। जैसा की टीम इंडिया के पास इस समय सबसे शानदार गेंदबाज हैं। जिनके चलते वो लगातार मैच जीतते आ रहे हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको बतायेंगे विश्व कप के पांच सबसे खूंखार गेंदबाजों के बारें में जो लगातार अपनी गेंदबाजी से बल्लेबाजों को पानी पिलाते आ रहे हैं।
मोहम्मद शमी- भारत की तरफ से शुरू के तीन मैच ना खेलने वाले मोहम्मद शमी को भुवनेशवर कुमार के चोटिल होने के कारण टीम इंडिया की प्लेयिंग 11 में जगह मिली। जिसमें उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ पहले मैच में ही विश्व कप की पहली हैट्रिक लेकर सनसनी फैला दी थी। शमी ने बेहतरीन गेंदबाजी का नमूना पेश करते हुए अफगानिस्तान के खिलाफ हैट्रिक समेत 4 विकेट लिए थे। इस तरह वो हैट्रिक लेने वाले भारत के पूर्व खिलाड़ी चेतन शर्मा के बाद दूसरे गेंदबाज बने। इतना ही नहीं इसके बाद शमी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 4, इंग्लैंड के खिलाफ 5 और बांग्लादेश के खिलाफ एक विकेट हासिल किया। इस तरह शमी की कातिलाना गेंदबाजी के चलते भारत का गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत हो गया है।
जसप्रीत बुमराह- टीम इंडिया के बूम-बूम बुमराह की गेंदों से विश्व भर के बल्लेबाज कांपते हैं। यॉर्कर किंग के नाम से जाने वाले बुमराह मैच के अंतिम क्षणों में अपनी यार्कर गेंदों से बल्लेबाजों को रन नहीं बनाने देते हैं। जिसके चलते विकेट निकालने में ज्यादा कामयाब होते हैं। बुमराह ने अभी तक विश्व कप में 7 मैच खेलें हैं। जिसमें उन्होंने 6 मेडन और 14 विकेट हासिल किए हैं। इस दौरान उनका इकॉनमी सिर्फ 4.60 का रहा। ऐसे में टीम इंडिया की गेंदबाजी का बुमराह को प्रमुख हथियार माना जाता है। जो हर एक समय पर विकेट निकालकर कप्तान विराट कोहली के इरादों पर खरे उतरते हैं।
मिचेल स्टार्क- गतचैम्पियन ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क की गेंदबाजी का कहर भी विश्व कप 2019 में जारी है। हाल ही में उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 5 विकेट लेकर अपनी टीम को जीत दिलाई थी। स्टार्क ने भी इंग्लैंड की सपाट विकटों पर अपनी सटीक लाइन एंड लेंथ से सबका मन मोह रखा है। उन्होंने विश्व कप के अब तक खेले 8 मैचों में 24 विकेट हासिल किये हैं। जिस दौरान उनका गेंदबाजी औसत लगभग 15 का है। ऐसे में स्टार्क जैसे खतरनाक गेंदबाज किसी भी दिन अपनी गेंदबाजी के स्पार्क से ऑस्ट्रेलिया टीम को जीत दिलाने का माद्दा रखते हैं।
ट्रेंट बोल्ट- न्यूजीलैंड के ट्रेंट बोल्ट की गेंदबाजी के करंट से दुनिया के सभी बल्लेबाज झटका खा चुके हैं। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया जैसी तगड़ी टीम के खिलाफ हैट्रिक लेकर बोल्ट ने इतिहार रच दिया था। वो पहले न्यूजीलैंड के ऐसे गेंदबाज बने जिन्होंने विश्व कप में हैट्रिक ली हो। बोल्ट अपनी खतरनाक गेंदबाजी के दम पर विश्व कप 2019 के 7 मैचों के दम पर 14 विकेट ले चुके हैं। जिसमें उनका गेंदबाजी औसटी लगभग 24 का है। ऐसे में न्यूजीलैंड अगर सेमीफाइनल में जाती है तो बड़े मैच में बोल्ड अपने गेंदबाजी से टीम को मैच जीताने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेंगे।
जोफ्रा आर्चर- पिछले एक साल से इंग्लैंड का टीम मैनेजमेंट इस कैरिबियाई मूल के ब्रिटिश गेंदबाज को अपनी टीम में खिलाने के लिए बेताब था। हालाँकि जैसे ही विश्व कप 2019 में आर्चर का नाम आया वैसे ही उन्होंने अपना जलवा क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट में दिखा दिया। कम अनुभवी आर्चर के हाथों से गेंद बिल्कुल सटीक विकेट के निशाने पर जा रही है। जिसके चलते उन्होंने अपनी घरेलू सरजमीं पर कोहराम मचा रखा है। विश्व कप के 8 मैचों में आर्चर ने 16 विकेट अपने नाम किए हैं। सपाट पिचों पर आर्चर अपनी तेज बाउंसर और खतरनाक यॉर्कर से काफी पप्रभावित कर रहे हैं। यही कारण है की वो भी इंग्लैंड के लिए किसी भी दिन अपनी गेंदबाजी से टीम को मैच जीता सकते हैं।