इंग्लैंड एंड वेल्स में खेले जा रहे क्रिकेट विश्व कप में भारत को सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों हारकर बाहर होना पड़ा। जिसके बाद टीम इंडिया कई सवालों के कटघरें में खड़ी हुई है। टीम के कप्तान विराट कोहली से लेकर चयनकर्ता एम. एस. के प्रसाद तक सभी पर सवालियां निशान खडें हो रहे हैं। इसी बीच कभी भारतीय टीम में नंबर चार के हीरो रहे टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी युवराज सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने पिछले कई सालों से नंबर चार के लिए मजबूत बल्लेबाज ना तराश पाने को लेकर टीम मैनेजमेंट पर सवाल उठाया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में युवराज ने कहा, “टीम मैनेजमेंट को किसी को तैयार करना चाहिए था। अगर कोई नंबर चार पर असफल हो रहा था तो टीम मैनेजमेंट को उस खिलाड़ी को बताना चाहिए था कि वो विश्व कप खेलेगा। जैसा कि 2003 विश्व कप में हुआ था। टूर्नामेंट से पहले हम न्यूजीलैंड के खिलाफ खेल रहे थे और हर कोई फ्लॉप रहा था। लेकिन विश्व कप में वही टीम खेली थी।”
युवराज का ये बयान टीम मैनेजमेंट की उस गलती की ओर इशारा करता है। जिसमें नंबर चार पर लगातार नए खिलाड़ियों को मौका देने और किसी एक को लंबे समय तक इस स्थान पर सेट होने का मौका ना देने की ओर था।
दूसरी तरफ विश्व कप से पहले तक कप्तान विराट कोहली ने भरोसा जताते हुए बयान दिया था कि अंबाती रायुडू टीम इंडिया के नंबर चार बल्लेबाज हैं लेकिन उन्हें ना सिर्फ विश्व कप स्क्वाड में मौका दिया गया बल्कि रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर रखे जाने पर भी नहीं बुलाया गया। जिसके चलते रायडू ने संन्यास का ऐलान कर दिया। इस बारे में युवराज ने कहा, “मुझे रायुडू के इस तरह संन्यास लेने से काफी बुरा लग रहा है। जिस तरह से उन्होंने (बीसीसीआई) स्थिति को संभाला वो निराशाजनक था। आप विश्व कप खेलने की तैयारी कर रहे हो और अचानक आपको टीम में जगह ही नहीं मिलती है।”
युवी ने आगे कहा, “रायुडू के साथ जो हुआ वो देखकर निराशा हुई, वो विश्व कप में चयन का दावेदार था। उसने न्यूजीलैंड में रन बनाए लेकिन तीन-चार खराब पारियों के बाद उसे ड्रॉप कर दिया गया। फिर रिषभ पंत आया और उसे भी ड्रॉप कर दिया गया। अगर नंबर चार वनडे क्रिकेट में अहम स्थान है, अगर आप किसी को उस नंबर पर अच्छा करते देखना चाहते हैं तो आपको उसका समर्थन करना होगा। आप किसी को ड्रॉप नहीं कर सकते क्योंकि वो उस समय पर अच्छा नहीं कर रहा है।”
2011 विश्व कप में 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' युवराज ने कहा, “इस बीच उन्होंने दिनेश कार्तिक को भी नंबर चार पर मौका दिया। फिर, ना जाने उनकी क्या योजना था, उन्होंने रिषभ को फिर मौका दिया, उसने अच्छा किया। अगर रोहित और विराट जल्दी आउट हो जाते, हम मुश्किल में आ जाते और सभी को ये पता था। हमें एक मजबूत नंबर चार की जरूरत थी। मुझे इसके पीछे की उनकी योजना समझ नहीं आई।”