लीड्स। बेहतरीन वापसी करने वाली पाकिस्तान को अगर 1992 का इतिहास दोहराना है तो उसे शनिवार को हेडिंग्ले में खेले जाने वाले आईसीसी विश्व कप-2019 के मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ सिर्फ जीत ही चाहिए। इस जीत से पाकिस्तान इस टूर्नामेंट में अंतिम-4 की उम्मीदों को जिंदा रखेगी जो मुकम्मल तभी होंगी जब वह अपने आखिरी मैच में बांग्लादेश को और मात दे दे।
भारत के खिलाफ मिली हार के बाद पाकिस्तान ने दमदार वापसी की है और दक्षिण अफ्रीका तथा उसके बाद न्यूजीलैंड को मात दे अपने आप को इस टूर्नामेंट में एक तरह से दोबारा जीवित कर लिया है। न्यूजीलैंड का तो उसने इस विश्व कप में विजयी क्रम तोड़ा था।
उस जीत से पाकिस्तान को आत्मविश्वास मिला होगा वह उसके लिए काफी होगा। एक बार कि विश्व विजेता ने गेंद और बल्ले से जिस तरह का प्रदर्शन किया था वो बेहतरीन था बस फील्डिंग को लेकर उसकी चिंताएं अभी भी बनी हुई हैं।
वहीं, अफगानिस्तान के लिए इस टूर्नामेंट में कुछ बचा नहीं है। इस टूर्नामेंट में अफगानिस्तान से चमत्कार की उम्मीद किसी ने की नहीं थी लेकिन फिर भी लगा था कि यह टीम एक-दो बड़े उलटफेर कर सकती है। अभी तक अफगानिस्तान ने सात मैच खेले हैं और सभी में हार ही उसे नसीब हुई है।
वह हालांकि अभी भी किसी भी टीम के लिए खतरा है। साथ ही उसमें दम है कि वह पाकिस्तान के रास्ते में रोड़ा बन जाए, जो वह बेशक करना चाहेगी।
यह आसान तो नहीं होगा। पाकिस्तान की गेंदबाजी के सामने अफगानी बल्लेबाजों को टिक पाना मुश्किल सा लग रहा है। अभी तक मोहम्मद आमिर और वहाब रियाज ही टीम की गेंदबाजी की मुख्य धुरी लग रहे थे लेकिन पिछले मैच में शाहीन अफरीदी ने तीन विकेट लेकर कीवी टीम की बल्लेबाजी को असहाय कर दिया था।
वहीं, पाकिस्तान की बल्लेबाजी में बाबर आजम बड़ा नाम हैं। बाबर ने पिछले मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ बेहतरीन पारी खेल शतक जमाया था और टीम को जीत दिलाई थी। हैरिस सोहेल ने भी अपना लगातार दूसरा अर्धशतक जमाया था। इन दोनों के अलावा मोहम्मद हफीज भी बड़ी पारी खेल सकते हैं।
अफगानिस्तान की गेंदबाजी की बात की जाए तो उसके स्टार स्पिनर राशिद खान का जादू इस विश्व कप में न के बराबर चला है। कुछ मौकों पर मोहम्मद नबी और मुजीब उर रहमान ने जरूर अच्छा किया है लेकिन यह स्पिन तिगड़ी वो प्रभाव छोड़ती नहीं दिखी जिसके लिए वो जानी जाती है।
बल्लेबाजी में हजरतुल्लाह जाजई और हसमातुल्लाह शाहिदी उसकी मजबूत कड़ी हैं।
टीम (संभावित) -:
अफगानिस्तान : गुलबदीन नैब (कप्तान), नूर अली जादरान, असगर स्टानिकजाई, हजरतुल्लाह जाजई, हसमतुल्लाह जादरान, राशिद खान, दौलत जादरान, अफताब आलम, हामिद हसन, मुजीब उर रहमान, रहमत शाह, समिउल्लाह शिनवारी, मोम्मद नबी, मोहम्मद शाहजाद, इकराम अली (विकेटकीपर)।
पाकिस्तान : सरफराज अहमद (कप्तान/विकेटकीपर), फखर जमन, इमाम-उल-हक, बाबर आजम, आसिफ अली, शोएब मलिक, मोहम्मद हफीज, हैरिस सोहेल, शादाब खान, इमाद वसीम, शाहीन अफरीदी, हसन अली, मोहम्मद हसनेन, वहाब रियाज, मोहम्मद आमिर।