मेजबान इंग्लैंड ने 14 जुलाई, रविवार को लार्ड्स में खेले गए फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड को रोमांचक सुपरओवर में हराते हुए पहली बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम कर लिया।
इंग्लैंड को जीत के लिए न्यूजीलैंड ने 242 रनों का लक्ष्य दिया, लेकिन बेन स्टोक्स की नाबाद 84 और जोस बटलर की 59 रनों की पारियों के बाद भी इंग्लैंड 50 ओवरों में 241 रनों पर ऑल आउट हो गई और दोनों टीमों का स्कोर टाई रहा। इसके बाद सुपर ओवर में स्कोर बराबर रहने के बाद इंग्लैंड को ज्यादा बाउंड्री के आधार पर विजेता घोषित कर दिया गया।
लगातार दूसरी बार वर्ल्ड कप जीतने से चूकने वाली कीवी टीम के कप्तान केन विलियमसन को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ टूर्नामेंट चुना गया। इस टूर्नामेंट में उन्होंने 578 रन बनाए और एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
दरअसल, केन विलियसमन बतौर कप्तान एक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में टॉप पर पहुंच गए हैं। इस मामले में उन्होंने श्रीलंका के पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने और रिकी पोंटिंग को पीछे छोड़ा। महेला ने 2007 वर्ल्ड कप में 548 और रिकी पोंटिंग ने 539 रन बनाए थे।
यही नहीं केन विलियमसन न्यूजीलैंड के दूसरे ऐसे खिलाड़ी है जिन्हें वर्ल्ड कप में मैन ऑफ टूर्नामेंट घोषित किया गया है। इससे पहले 1992 वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के ही मार्टिन क्रो को मैन ऑफ टूर्नामेंट के खिताब से नवाजा गया था। इस वर्ल्ड कप में क्रो ने 456 रन बनाए थे।