बर्मिंघम। इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने कहा कि उन्होंने 2015 विश्व कप में शुरूआती चरण में ही बाहर होने के बाद कभी सोचा नहीं था कि उनकी टीम 27 साल में पहली बार विश्व कप फाइनल में पहुंचेगी।
इंग्लैंड आखिरी बार 1992 में विश्व कप फाइनल में पहुंचा था। उसने इस बाद ऑस्ट्रेलिया को आठ विकेट से हराकर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई जहां उसका सामना न्यूजीलैंड से होगा।
मोर्गन ने कहा, ‘‘मैदान पर और चेंज रूम में भी सभी ने मैच की हर गेंद का मजा लिया। खिलाड़ियों की ओर से कहीं कोई कमी नहीं थी। इस तरह की गेंदबाजी देखना अद्भुत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक टीम के रूप में हम खेल का मजा लेना सीख गए हैं, खासकर ऐसे किसी दिन और हालात अनुकूल नहीं हो तो भी। पिछले विश्व कप में पहले ही दौर से बाहर होने के बाद अगर आप पूछते कि क्या फाइनल कभी खेलेंगे तो मैं हंसी में उड़ा देता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब रविवार को भी हमें दबाव में नहीं आना है। हमने खुद को विश्व कप फाइनल में खेलने का मौका दिया है। यह सभी के लिये फख्र की बात है।’’
मोर्गन ने अपने गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘जब गेंदबाज इस तरह का प्रदर्शन करें तो और क्या चाहिये। हम अपनी रणनीति पर डटे रहे। स्टीव स्मिथ और एलेक्स कारी की साझेदारी के दौरान भी हमने ऐसा ही किया।’’