न्यूजीलैंड के हांथों सेमीफाइनल में 18 रनों से हारने के बाद भारतीय टीम वर्ल्ड कप 2019 से बाहर हो गई है। कम स्कोर वाले मैच में कड़ी टक्कर देने वाली टीम इंडिया की हार के बाद एक बार फिर से खराब अंपायरिंग पर सवाल उठ रहे हैं। दरअसल पूरे वर्ल्ड कप के दौरान अंपायरिंग सवालों के घेरे में रही है लेकिन भारत और न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल मुकाबले के दौरान भी कथित रूप से खराब अंपायरिंग का नजारा देखने को मिला जो शाद टीम इंडिया के लिए महंगा पड़ गया। दरअसल रविंद्र जडेजा की आकर्षक पारी के बावजूद भारत को शीर्ष क्रम की नाकामी के कारण विश्व कप सेमीफाइनल में बुधवार को यहां न्यूजीलैंड के हाथों 18 रन से हार का सामना करना पड़ा जिससे उसका क्रिकेट महाकुंभ में सफर भी समाप्त हो गया।
मैच के बाद एमएस धोनी के रन आउट होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल भारत को आखिरी दो ओवरों में 31 रन चाहिए थे। धोनी ने फर्गुसन की पहली गेंद छक्के के लिये भेजी, लेकिन तेजी से दो रन चुराने के प्रयास में मार्टिन गुप्टिल के सीधे थ्रो पर रन आउट हो गये। विकेटों के बीच सबसे बेहतरीन दौड़ के लिये मशहूर धोनी अपने करियर के शुरू में भी रन आउट हुए थे। इसके बाद भारतीय पारी सिमटने में देर नहीं लगी। हालांकि फर्गुसन की जिस गेंद पर धोनी रन आउट हुए उससे पहले टीवी पर न्यूजीलैंड की फील्डिंग का ग्राफिक दिखाया गया जिसमें 6 खिलाड़ी 30 गज के घेरे से बाहर खड़े दिखाई दे रहे हैं। आईसीसी के नियमों के मुताबिक तीसरे पावर प्ले में 5 से ज्यादा फील्डर 30 गज के घेरे से बाहर नहीं होने चाहिए। लेकिन स्टार स्पोर्ट्स चैनल पर दिखाए गए लाइव ग्राफिक के मुताबिक 6 खिलाड़ी सर्कल के बाहर खड़े दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में अंपायर्स को इसे नो बॉल देना चाहिए था।
हालांकि ये भी कहा जा सकता है कि नो बॉल पर खिलाड़ी रन आउट हो सकता है। लेकिन ये भी तो हो सकता था कि मार्टिन गुप्टिल 30 गज के घेरे के अंदर होते तो धोनी एक ही रन लेते। फिलहाल इस पर ट्विटर पर फैंस तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं।
इससे पहले भारत के सामने 240 रन का लक्ष्य था लेकिन शीर्ष क्रम बुरी तरह लड़खड़ा गया। लेकिन जडेजा (59 गेंदों पर 74) और महेंद्र सिंह धोनी (72 गेंदों पर 50) ने सातवें विकेट के लिये 116 रन जोड़कर मैच को आखिर तक जीवंत बनाये रखा। लेकिन धोनी के जाने के बाद सारा खेल बदल गया। भारत ने दबाव में आखिरी चार विकेट 13 रन के अंदर गंवा दिये और इस तरह से न्यूजीलैंड लगातार दूसरी बार फाइनल में जगह बनाने में सफल रहा। भारतीय टीम 49.3 ओवर में 221 रन पर सिमट गया।
(With PTI input)