आईसीसी विश्व कप-2019 में अभी तक अजेय चले आ रहे भारत को कल इंग्लैंड के हाथों 31 रन से हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में हार का प्रमुख कारण क्रिकेट पंडितों और दिग्गजों समेत फैंस ने महेंद्र सिंह धोनी और केदार जाधव के बीच धीमी बल्लेबाजो बताया। मगर कप्तान विराट कोहली ने दोनों खिलाड़ियों का बचाव करते हुए अलगे ही कारण बता डाला है। जिसमें उन्होंने मैदान की छोटी बाउंड्री पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अजब संयोग हुआ कि ग्राउंड पर छोटी बाउंड्री रही और मैच सपाट पिच पर खेला गया।
कोहली ने कहा, 'टॉस महत्वपूर्ण था विशेषकर इसलिए क्योंकि बाउंड्री काफी छोटी थी। मेरे ख्याल से वहां की बाउंड्री 59 मीटर थी जो संयोगवश अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए न्यूनतम जरूरी है। फिर मैच सपाट पिच पर खेला गया। यह सब अचानक इस मैच में हो रहा था। यह पहला मौका है जब हमने इस तरह का कुछ अनुभव किया। अगर बल्लेबाज रिवर्स स्वीप पर आपको 59 मीटर लंबा छक्का जमा रहा है तो आप एक स्पिनर के रूप में ज्यादा कुछ नहीं कर सकते।'
वहीं, विश्व कप के सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहने के लिए खेलने वाले इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। कोहली ने कहा कि वह भी इस पिच पर टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करना पसंद करते। बहरहाल, भारतीय कप्तान ने बताया कि टीम इंडिया ने असल में कब मैच गंवाया।
उन्होंने कहा, 'रिषभ पंत और हार्दिक पांड्या जब क्रीज पर थे तब हमारे पास जीत का अच्छा अनुभव था। मगर इंग्लैंड ने नियमित अंतराल में विकेट गिराकर हमें बैकफुट पर डाल दिया।'
बता दें की टीम इंडिया को आखिरी के 5 ओवर में 71 रनों की जरूरत थी उस वक़्त धोनी और केदार जाधव क्रीज पर थे। ऐसे में एमएस धोनी और जाधव ने 31 गेंदों का सामना किया, जिसमें 7 गेंद खाली, 20 सिंगल हासिल किए। इस दौरान धोनी ने एक छक्का लगाया जबकि दोनों बल्लेबाजों ने केवल तीन गेंदों पर चौके जमाए। जिसके चलते भारत को हार का सामना करना पड़ा।
ऐसे में धोनी और केदार से जरूरत के समय बड़े शॉट्स ना लगने पर विराट कोहली ने कहा, "मुझे लगता है कि धोनी ने बाउंड्री हासिल करने के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत की। लेकिन विपक्षी टीम के गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की। अब हमें अगले मैच के बारे में सोचना होगा और उसमें सुधार करना होगा।"
बत दें की इंग्लैंड के 338 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया पांच विकेट के नुकसान पर 306 रन ही बना पाई। जिसमें इंग्लैंड की तरफ से जॉनी बेयरेस्टो (111) और भारत से रोहित शर्मा (102) ने शतकीय पारियां खेली।