भारतीय टीम का इंग्लैंड एंड वेल्स में खेले जा रहे क्रिकेट के महासंग्राम में विजय अभियान जारी है। जीत की पटरी पर सवार टीम इंडिया की सफलता के पीछे सबसे बड़ा योगदान गेंदबाजों का है। कप्तान कोहली की विराट सेना के गेंदबाजों ने जिस तरह से विश्व कप में प्रदर्शन किया है। उसके बाद से पूरी दुनिया में टीम इंडिया के गेंदबाजों की तूंती बोल रही है। ऐसे में सोलह आना खरी गेंदबाजी के आगे कप्तान विराट कोहली एक चक्रव्यूह में फंस गए हैं। जिस पर निर्णय लेना उनके लिए काफी कठिन होने वाला है।
दरअसल, पाकिस्तान के खिलाफ हैमस्ट्रिंग की चोट के चलते मैदान से बाहर हुए भुवनेश्वर कुमार अब पूरी तरह से फिट होकर वापस लौट आए हैं। जबकि पिछले दो मैचों में एक हैट्रिक के साथ 8 विकेट चटकाने वाले मोहम्मद शमी की पैनी गेंदबाजी ने सभी का दिल जीत लिया है। ऐसे में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव जैसे चार गेंदबाजों के चक्रव्यूह में फंसे विराट कोहली के लिए भुवनेश्वर कुमार को वापस टीम की प्लेयिंग 11 में इंग्लैंड के मैच से पहले लाना एक बड़ी चुनौती बनकर सामने खड़ी हो गई है।
गौरतलब है कि भुवी के चोट की जगह टीम में शामिल हुए शमी को अब हटाना कोहली के लिए काफी कड़ा फैसला हो सकता है। जबकि बुमराह को वो हटा नहीं सकते। ऐसे में हो सकता है कप्तान कोहली 'कुलचा' की जोड़ी तोड़कर तीन तेज गेंदबाजो के साथ इंग्लैंड के सामने मैदान में उतरें। हालाँकि इंग्लैंड के बल्लेबाज तेज गेंदबाजों की अपेक्षा स्पिन अच्छे से नहीं खेल पाते। ऐसे में कुलदीप जैसे स्पिनर को बाहर बैठाना भी टीम इंडिया के लिए फायदे का सौदा साबित नहीं होगा। ऐसे में टीम मैनजेमेंट शायद किसी एक बल्लेबाज की भी कुर्बानी दे सकता है।
इस तरह सवाल खड़ा होता है कि भुवनेश्वर कुमार अब कैसे वापसी करेंगे? क्या उनके लिए टीम मैनजेमेंट जगह बना पायेगा? क्या शमी के बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद कप्तान कोहली भुवी को एक और मौका देंगे? इन तमाम सवालों के जवाब इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले मैच में मिल जाएंगे। हालाँकि उससे पहले तक कप्तान कोहली के सामने गेंदबाजो का टीम में चयन एक चक्रव्यूह बन गया है। जिससे भेद वो मिशन विश्व कप फतह में विजय अभियान को जारी रखना चाहेंगे।