बर्मिंघम। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का मानना है कि युवा ऋषभ पंत से विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में शुरू में ही बहुत अधिक उम्मीद लगाना शायद सही नहीं है।
दिल्ली के बायें हाथ के बल्लेबाज को विजय शंकर की जगह अंतिम एकादश में शामिल करना चर्चा का विषय रहा। ऋषभ ने हालांकि 32 रन बनाये लेकिन दबाव की परिस्थिति में उनका कम अनुभव फिर से खुलकर सामने आ गया।
रोहित से पूछा गया कि जब अच्छी फार्म में चल रहे हार्दिक पंड्या नंबर चार पर बल्लेबाजी के लिये अधिक उपयुक्त थे और तो ऐसे में क्या ऋषभ को इस महत्वपूर्ण स्थान पर देखकर उन्हें हैरानी हुई, उन्होंने थोड़ी देर चुप रहकर व्यंग्यात्मक अंदाज में जवाब दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘वास्तव में नहीं क्योंकि आप सभी चाहते थे ऋषभ पंत खेले। मैंने सही कहा न। आप सभी भारत से ही पूछ रहे थे कि ऋषभ पंत कहां है? ऋषभ पंत कहां है? वह यहां नंबर चार पर खेल रहा है। ’’
रोहित का मानना है कि ऋषभ को बड़े हिट करने के लिये थोड़ा अधिक आत्मविश्वास की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘उसे आत्मविश्वास की जरूरत है क्योंकि वह अपना पहला मैच खेल रहा था और उससे इस समय बहुत अधिक उम्मीद लगाना सही नहीं है, लेकिन उसे अपने खेल का पूरा लुत्फ उठाना चाहिए। जब वह ऐसा करेगा तो अच्छा प्रदर्शन भी करेगा।’’
रोहित का मानना है कि इस युवा बल्लेबाज से अगले कुछ मैचों में क्रीज पर पर्याप्त समय बिताने के बाद लंबी पारी की उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि ऋषभ को क्रीज पर कुछ समय बिताकर जल्द से जल्द परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने की जरूरत है। इसलिए मुझे लगता है कि उसे नंबर चार पर उतारना सही फैसला था क्योंकि हम जानते हैं कि वह बल्ले से क्या कर सकता है। ’’
रोहित ने हालांकि कहा कि विजय शंकर पैर की उंगलियों में चोट लगने के कारण नहीं खेल पाया। वह नेट्स पर जसप्रीत बुमराह की गेंद लगने से चोटिल हो गया था। रोहित ने यह बयान तब दिया कि जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि नंबर चार पर अनिश्चितिता बरकरार है।
उन्होंने कहा, ‘‘कोई अनिश्चितता नहीं है। मेरे कहने का मतलब है कि हमने शुरू में ही स्पष्ट कर दिया है कि विजय खेलेगा लेकिन मैच से पहले उसकी चोट मसला बन गयी। नेट सत्र में उसके पांव में जसप्रीत बुमराह की गेंद लगी और वह इस मैच के लिये पूरी तरह से फिट नहीं था।’’