इंग्लैंड क्रिकेट टीम का विश्व विजेता बनने का सपना आखिरकार रविवार को क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉडर्स मैदान पर बेहद नाटकीय अंदाज में 44 साल बाद पूरा हो गया। इंग्लैंड ने आईसीसी विश्व कप-2019 के फाइनल में न्यूजीलैंड को सुपर ओवर से मात दे पहली बार विश्व विजेता का तमगा हासिल किया है और इतिहास रचा। इंग्लैंड ने यहां मैच और सुपर ओवर के ‘टाई’ छूटने के बाद न्यूजीलैंड पर ‘बाउंड्री’ के दम पर पार पाकर पहली बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। मैच पहले टाई छूटा और फिर सुपर ओवर में भी दोनों टीमों ने समान रन बनाये। इसके बाद फैसला ‘बाउंड्री’ से किया गया। मेजबान इंग्लैंड अधिक ‘बाउंड्री’ लगायी थी और आखिर में 1975 से चला आ रहा उसका खिताब का इंतजार खत्म हो गया। हालांकि न्यूजीलैंड ने आखिर तक फाइट की और कम बाउंड्री माररने के चलते खिताब हार हई।
मैच के बाद मैन ऑफ द टूर्नामेंट बने कप्तान केन विलियमसन काफी भावुक दिखे। विलियम्सन ने 10 मैचों में 82.57 की औसत से 578 रन बनाए। कीवी कप्तान ने दो शतक और पांच अधर्शतक जमाए। वह मैन ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए। मैच के बाद प्रजेंटेशन में उन्होंने कहा, "हम अच्छी तरह से मैदान में उतरे थे। शायद हमने 10 से 20 रन कम बनाए। हालांकि विश्व कप के फाइनल में यह फाइट करने वाला स्कोर था। गेंदबाजों ने सच में बल्लेबाजों को दबाव में रखा। इसे आखिरी गेंद तक ले गए, और फिर अगले सुपर ओवर को भी हम आखिरी गेंद तक ले गए। यह एक शानदार मैच था।"
आखिरी ओवर में इंग्लैंड को जीत के लिए 15 रन चाहिए थे। दो गेंद खाली गईं और फिर स्टोक्स के बल्ले से छक्का निकला। अगली गेंद पर स्टोक्स ने दो रन लिए और दूसरा रन लेते हुए मार्टिन गुप्टिल की थ्रो स्टोक्स से टकरा पर चौके को चली गई और इंग्लैंड को छह रन मिले। यही गेंद मैच का नतीजे पलटने के लिए काफी थी। विलियमसन ने कहा, "यह थोड़ा खराब रहा कि गेंद स्टोक्स के बल्ले से टकराई, लेकिन मुझे उम्मीद है कि ऐसे पलों में इस तरह की गलतियां आगे नहीं होंगी। मैं क्रिटिकल नहीं होना चाहता, बस आशा करता हूं कि यह ऐसे पलों में इस तरह की गलतियां न हों। शॉर्ट-बाउंड्री को देखते हुए लेफ्ट हैंड और राइट हैंड कॉम्बीनेशन सुपरओवर में उपयोगी था, लेकिन इस तरह के छोटे स्कोर वाले मैच में आलोचना करना अनुचित है।"
टूर्नामेंट में 578 रन बनाने वाले केन विलियमन को मैन ऑफ टूर्नामेंट चुना गया। सचिन तेंदुलकर ने उन्हें अवॉर्ड दिया। विलियमसन ने आगे कहा, "निश्चित रूप से कोई एक्स्ट्रा रन नहीं था। ऐसे कई पल आए जिससे ये मैच किसी भी तरफ जा सकता था, लेकिन इंग्लैंड को बधाई - उनके पास एक अविश्वसनीय अभियान था और वे इसके लायक थे। पिचें उससे अलग थीं जैसा कि उम्मीद की जा रही थी। उम्मीद के मुताबिक कोई 300+ स्कोर नहीं बना। खिलाड़ियों ने शानदार प्रयास किए।"