लंदन। खिताब की सबसे मजबूत दावेदार के तौर पर क्रिकेट के महाकुम्भ में उतरी इंग्लैंड ने गुरुवार को अपने विश्व कप अभियान की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका को 104 रनों के विशाल अंतर से हराकर जीत के साथ की है। ट्रेंट ब्रिज मैदान पर खेले गए इस मैच में इंग्लैंड ने बल्ले और गेंद दोनों से दक्षिण अफ्रीका पर अपना दबदबा दिखाया। बल्लेबाजी की दावत मिलने पर इंग्लैंड ने 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 311 रनों का मजबूत स्कोर टांगा और फिर दक्षिण अफ्रीका को 39.5 ओवरों में 207 रनों पर समेट लक्ष्य बचाने में भी सफल रही।
इंग्लैंड को मजबूत स्कोर प्रदान करने में उसके बल्लेबाजों का संयुक्त प्रदर्शन काम आया। इंग्लैंड के लिए चार बल्लेबाजों ने अर्धशतक जमाए जिनमें बेन स्टोक्स ने सर्वाधिक 89 रन बनाए। उनके अलावा कप्तान इयोन मोर्गन ने 57, जेसन रॉय ने 54 और जोए रूट ने 51 रन बनाए।
इंग्लैंड के गेंदबाजों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन कर दक्षिण अफ्रीका को हार के लिए मजबूर किया। अपना पहला विश्व कप खेल रहे जोफ्रा आर्चर ने तीन विकेट लिए। लियाम प्लकंट और बेन स्टोक्स को दो-दो सफलताएं मिलीं। आदिल राशिद और मोइन अली को एक-एक विकेट मिला।
दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजी को लेकर जो चिंता जाहिर की जा रही थी वह इस मैच में साफ देखी गई। उसके दो बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस और क्विंटन डी कॉक के ऊपर बल्लेबाजी का सारा दारोमदार था। डु प्लेसिस सिर्फ पांच रन बना सके। डी कॉक ने जरूर 74 गेंदों पर 68 रनों की पारी खेली लेकिन दूसरे छोर से उन्हें साथ नहीं मिला। रासी वान डर डुसेन (50) ने जरूर डी कॉक के साथ चौथे विकेट के लिए 85 रनों की साझेदारी की लेकिन जैसे ही डी कॉक 129 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौटे दक्षिण अफ्रीका के विकेटों का पतन शुरू हो गया।
डी कॉक के साथ पारी की शुरुआत करने आए हाशिम अमला चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर आर्चर की बाउंसर पर चोटिल हो कर रिटायर्ड हर्ट हो गए थे। उनके स्थान पर मैदान पर आए एडिन मार्कराम (11) 36 के कुल स्कोर पर आर्चर का पहला शिकार बने। कप्तान फाफ डु प्लेसिस (5) को भी आर्चर ने 44 के कुल स्कोर पर अपना दूसरा शिकार बनाया।
यहां डी कॉक और डुसेन ने संभल कर बल्लेबाजी करते हुए टीम को रास्ते पर बनाए रखा और स्कोर बोर्ड चलाते रहे। साझेदारी को तोड़ने के लिए इंग्लैंड के कप्तान मोर्गन ने प्लंकट को लगाया और उन्होंने डी कॉक को रूट के हाथों कैच कराकर अपनी टीम को जरूरी सफलता दिलाई।
डी कॉक जैसे ही आउट हुए, इंग्लैंड के गेंदबाजों ने लगातार अंतराल पर विकेट लेना शुरू कर दिया। ज्यां पॉल ड्यूमिनी (8), ड्वायन प्रीटोरियस (1) और डुसेन 167 के कुल स्कोर तक पवेलियन लौट चुके थे।
यहां रिटायर्ड हर्ट हुए अमला ने कदम रखा। आंदिले फेहुलक्वायो (24) अच्छा खेल रहे थे लेकिन आदिल राशिद की गेंद पर स्टोक्स ने डीप मिडविकेट पर उनका एक हाथ से शानदार कैच पकड़ इंग्लैंड को सातवीं सफलता दिलाई।
यहां से दक्षिण अफ्रीका की हार तय हो गई थी। अमला (13), कागिसो रबादा (11), इमरान ताहिर (0) के आउट होने के साथ ही दक्षिण अफ्रीका की हार की औपचारिकताएं पूरी हो गईं।
इससे पहले, टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला करने वाले डु प्लेसिस ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों की स्पिन के खिलाफ कमजोरी का फायदा उठाने के लिए ताहिर को पहला ओवर सौंपा। ताहिर ने दूसरी ही गेंद पर जॉनी बेयरस्टो को आउट कर कप्तान को राहत दिलाई।
यहां से हालांकि रूट और रॉय ने दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों को अच्छे से खेला। दूसरे विकेट के लिए दक्षिण अफ्रीका को 19वें ओवर का इंतजार करना पड़ा। रूट और रॉय ने टीम को 100 के पार पहुंचा दिया था और अच्छी लय में आगे बढ़ रहे थे। 19वें ओवर की चौथी गेंद पर कागिसो रबादा ने रूट को पवेलियन भेजा। रूट ने 59 गेंदों का सामना कर नौ चौके लगाए।
अगले ओवर की पहली ही गेंद पर फेहुल्कवायो ने रॉय का विकेट लेकर इंग्लैंड को परेशानी में डाल दिया। जेसन और रूट ने दूसरे विकेट के लिए 106 रनों की साझेदारी की।
यहां से कप्तान मोर्गन और स्टोक्स एक बार फिर टीम को रास्ते पर लाए। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 106 रनों की साझेदारी निभाई। यहां एक बार फिर ताहिर अपनी टीम को सफलता दिलाने में कामयाब रहे लेकिन इसमें एडिन मार्कराम को भी श्रेय जाता है जिन्होंने मोर्गन का सीमारेखा के पास बेहतरीन कैच पकड़ा। लुंगी नगिदी ने जोस बटलर (18) को बोल्ड कर इंग्लैंड को एक और बड़ा झटका दिया। नगिदी ने ही मोइन अली (3) को पवेलियन भेजा।
इंग्लैंड का स्कोर छह विकेट के नुकसान पर 260 रन था, लेकिन उसके लिए अच्छी बात यह थी कि स्टोक्स मैदान पर थे। स्टोक्स ने एक छोर संभाले रखते हुए इंग्लैंड की 300 पार की उम्मीदों को जिंदा रखा।
वह 300 के ही कुल स्कोर पर 49वें ओवर की आखिरी गेंद पर नगिदी की धीमी गेंद पर फंस कर आउट हो गए। स्टोक्स ने 79 गेंदें खेलीं जिनमें से नौ पर चौके मारे।
प्लंकट (नाबाद 9) और आर्चर (नाबाद 7) ने मिलकर आखिरी ओवर में 11 रन बनाए।
दक्षिण अफ्रीका के लिए नगिदी ने तीन, ताहिर और राबादा ने दो-दो और फेहुलक्वायो ने एक विकेट लिया।