लंदन। कप्तान एरॉन फिंच ने एक और शतकीय पारी खेली और जैसन बेरहनडोर्फ ने पांच विकेट चटकाये जिससे ऑस्ट्रेलिया ने मंगलवार को यहां इंग्लैंड पर 64 रन से जीत दर्ज विश्व कप सेमीफाइनल में जगह पक्की की और मेहमान टीम को संकट के गहरे गर्त में डुबो दिया। फिंच (116 गेंदों पर 100) और डेविड वार्नर (61 गेंदों पर 53 रन) से मिली अच्छी शुरुआत से ऑस्ट्रेलिया ने सात विकेट पर 285 रन बनाये। इसके विपरीत इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही और उसने 26 रन तक तीन विकेट गंवा दिये। बाद में भी बेन स्टोक्स (115 गेंदों पर 89 रन) डटकर खेल पाये लेकिन इंग्लैंड 44.4 ओवर में 221 रन पर सिमट गया। बेहरनडोर्फ ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 44 रन देकर पांच विकेट लिये। मिशेल स्टार्क ने 43 रन देकर चार विकेट हासिल किये।
विश्व में नंबर एक टीम और खिताब के प्रबल दावेदार माने जा रहे इंग्लैंड की यह सात मैचों में तीसरी हार है जिससे उसकी सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को करारा झटका लगा है। इंग्लैंड के आठ अंक हैं और उसे अगर सेमीफाइनल में पहुंचना है तो भारत और न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने अगले दोनों मैच जीतने होंगे। ऑस्ट्रेलिया इस जीत से अंकतालिका में भी शीर्ष पर पहुंच गया है। उसके सात मैचों में 12 अंक हैं। ऑस्ट्रेलिया ने इस जीत से विश्व कप में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पर दबदबा भी बरकरार रखा। इंग्लैंड ने इस टूर्नामेंट में आखिरी बार 1992 में ऑस्ट्रेलिया को हराया था।
फिंच का टूर्नामेंट में दूसरा शतक है। उन्होंने और वार्नर ने पहले विकेट के लिये 123 रन की साझेदारी की लेकिन ऑस्ट्रेलिया का मध्यक्रम लड़खड़ा गया। अलेक्स कैरी (27 गेंदों पर नाबाद 38) ने डेथ ओवरों में अच्छी बल्लेबाजी करके उसे सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। स्टीवन स्मिथ ने 34 गेंदों पर 38 रन का योगदान दिया। इंग्लैंड की शुरुआत से लार्ड्स पर मौजूद उसके प्रशंसक सन्न थे। बेहरनडोर्फ की दूसरी गेंद ही इनस्विंगर थी जिस पर उन्होंने जेम्स विन्से का विकेट थर्राया। स्टार्क ने जो रूट (आठ) को इनस्विंगर पर पगबाधा आउट किया और फिर इयोन मोर्गन (चार) पर बाउंसर का अच्छा इस्तेमाल किया जिस पर इंग्लैंड के कप्तान ने फाइन लेग पर कैच थमाया।
जॉनी बेयरस्टॉ (27) अच्छी तरह से पारी संवार रहे थे। फिंच ने बेहरनडोर्फ का छोर बदला और उनकी यह चाल कामयाब रही। बेहरनडोर्फ की शार्ट पिच गेंद पर बेयरस्टॉ को पुल करना महंगा पड़ा जो सीधे डीप मिडविकेट पर खड़े पैट कमिन्स के सुरक्षित हाथों में चला गया। स्टोक्स ने जोस बटलर (25) के साथ पांचवें विकेट के लिये 71 रन की साझेदारी करके इंग्लैंड की संभावना बढ़ा दी थी। ऐसे मौके पर उस्मान ख्वाजा ने सीमा रेखा पर दौड़ लगाते हुए बटलर की फ्लिक करके छक्के के लिये भेजी गयी गेंद को कैच में बदलकर इंग्लैंड को करारा झटका दिया। तब गेंदबाज मार्कस स्टोइनिस थे।
स्टोक्स ने ग्लेन मैक्सवेल के एक ओवर में दो छक्के लगाकर दर्शकों में थोड़ा जोश भरा लेकिन गर्मी और उमस के कारण वह ऐंठन से भी परेशान दिख रहे थे। फिर भी उन्होंने क्रिस वोक्स के साथ 53 रन जोड़े। ऐसे में स्टार्क ने गेंद संभाली और बेहतरीन यार्कर पर स्टोक्स का आफ स्टंप थर्रा दिया जिससे इंग्लैंड की उम्मीदें भी समाप्त हो गयी। क्रिस वोक्स (26) हार का अंतर कम करने पर लगे हुए थे लेकिन मैक्सवेल के बेहतरीन प्रयास से उन्हें भी 42वें ओवर में पवेलियन लौटना पड़ा।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया का स्कोर एक समय एक विकेट पर 173 रन था लेकिन इसके बाद उसने 86 रन के अंदर पांच विकेट गंवाये और इस तरह से 300 रन तक भी नहीं पहुंच पाया। क्रिस वोक्स (46 रन देकर दो विकेट) ने दूसरे स्पैल में अच्छी गेंदबाजी की। स्टोक्स, मोईन, मार्क वुड और जोफ्रा आर्चर ने एक - एक विकेट लिया। फिंच और वार्नर ने लगातार पांचवीं बार कम से कम अर्धशतकीय साझेदारी निभायी जो कि विश्व कप रिकार्ड है। फिंच शुरू में कुछ करीबी अपीलों से बचे। वह जब 15 रन पर थे तब विन्से बैकवर्ड प्वाइंट पर उनका मुश्किल कैच नहीं ले पाये। इसके तुरंत बाद वोक्स ने उनके खिलाफ पगबाधा की अपील ठुकराये जाने पर डीआरएस लिया था। इन क्षणों को छोड़कर उन्होंने नैसर्गिक अंदाज में बल्लेबाजी की और वनडे में अपना 15वां शतक लगाने में सफल रहे।
वार्नर को उम्मीद के अनुरूप दर्शकों की हूटिंग सहनी पड़ी लेकिन उनकी बल्लेबाजी में इसका असर नहीं दिखा। आर्चर पर किया गया उनका पुल दर्शनीय था। बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने 20वें ओवर में अपने करियर का 20वां अर्धशतक पूरा किया लेकिन इसके तीन ओवर बाद वह मोईन की गेंद पर गलत टाइमिंग से शाट लगाकर जो रूट को कैच दे बैठे।
इंग्लैंड ने यहां से अच्छी वापसी की। स्टोक्स ने खूबसूरत गेंद पर उस्मान ख्वाजा (29 पर 23) की गिल्लियां बिखेरकर उन्हें ज्यादा देर तक नहीं टिकने दिया। फिंच ने शतक पूरा करने के तुरंत बाद आर्चर की शार्ट पिच गेंद पर खराब शाट खेलकर हवा में लहराता कैच दिया। ग्लेन मैक्सवेल (12) ने आर्चर पर छक्का जड़ा लेकिन वुड की गेंद पर असमंजस की स्थिति में विकेटकीपर बटलर को कैच देकर जल्द पवेलियन लौट गये। स्टोइनिस (आठ) गफलत में रन आउट हो गये।
इंग्लैंड ने सही वक्त पर स्मिथ का विकेट भी हासिल कर दिया। इस पूर्व कप्तान ने वोक्स की गेंद मिडविकेट में खेलनी चाही लेकिन टाइमिंग सही न होने के कारण वह लांग आन पर हवा में लहरा गयी जिसे आर्चर ने दौड़ लगाकर कैच कर दिया। ऐसी स्थिति में कैरी ने अच्छी बल्लेबाजी की और पांच चौके जड़कर ऑस्ट्रेलिया को डेथ ओवरों में पूरी तरह से नाकामी झेलने से बचाया।