इंग्लैंड क्रिकेट टीम का विश्व विजेता बनने का सपना आखिरकार रविवार को क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉडर्स मैदान पर बेहद नाटकीय अंदाज में 44 साल बाद पूरा हो गया। जिसमें विश्व कप जीत के हीरो रहे इंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी बेन स्टोक्स, जिन्होंने नाबाद 84 रन की पारी खेल ना सिर्फ विश्व कप जीता बल्कि फैन्स का दिल भी जीता।
इस तरह स्टोक्स को उन की जुझारू पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। ऐसे में जब स्टोक्स से प्रेजेंटेशन के दौरान विश्व कप जीत के बार में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "बहुत अच्छी जीत? मैं शब्दों में इसे बयाँ नहीं कर सकता हूँ। इन चार वर्षों में जो भी कठिन परिश्रम किया है उससे जो नतीजा मिला है वो मेरे लिए अकल्पनीय है। सभी को सपोर्ट करने के लिए धन्यवाद!"
एक समय मैच में इंग्लैंड के 86 रन पर चार विकेट गिर गए थे। जिसके बाद स्टोक्स ने जोस बटलर के साथ मिलकर 110 रन की मैच जीताऊ साझेदारी निभाई। जिसके बारे में स्टोक्स ने कहा, "हम सिर्फ जोस के साथ साझेदारी के दौरान बात करते रहे, और रन-रेट दूर नहीं हो रहा था, और आखिरी ओवर में जब गेंद बल्ले से टकराई और चार के लिए चली गई - मैंने उसके लिए केन से माफी मांगी। मैं निश्चित रूप से आखिरी ओवर नहीं खेलूंगा (हंसते हुए)। यह शानदार और अविश्वसनीय है।"
बता दें कि ये मैच हर मायने में ऐतिहासिक रहा। इंग्लैंड को जीतने के लिए न्यूजीलैंड से 242 रनों की चुनौती मिली थी, लेकिन बेन स्टोक्स की नाबाद 84 और जोस बटलर की 59 रनों की पारियों के बाद भी इंग्लैंड 50 ओवरों में 241 रनों पर ऑल आउट हो गई और दोनों टीमों का स्कोर टाई रहा। इसके बाद सुपर ओवर में मैच गया और वहाँ पर भी 15 रनों के साथ मैच टाई हुआ। हालाँकि आईसीसी के नए नियम के मुताबिक अगर मैच सुपर ओवर में भी टाई होता है तो जिस टीम की मैच में सबसे ज्यादा बाउंड्री होती है उसे विजेता घोषित करार दे दिया जाता है। जिसके चलते इंग्लैंड क्रिकेट इतिहास में पहली बार चैम्पियन बनी।