इंग्लैंड एंड वेल्स में खेले जा रहे आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के 7वें मैच में श्रीलंका ने अफगानिस्तान को हराकर पहली जीत हासिल की। जिसके बाद अब उनकी टीम अपने विजयी अभियान को जारी रखना चाहेगी। जिसके लिए श्रीलंका के कप्तान दिमुथ कुरुणारत्ने का मानना है कि टीम में मध्यक्रम की बल्लेबाजी काफी महत्वपूर्ण है। और उसमें सुधार की जरूरत है।
अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले में श्रीलंका को नुवान प्रदीप (चार विकेट) और लसिथ मलिंगा (तीन विकेट) की शानदार गेंदबाजी के दम पर जीत मिली। पहले बल्लेबाजी के दौरान श्रीलंका ने 22वें ओवर में 144 रन पर अपना दूसरा विकेट खोया था। इसके बाद पूरी टीम 201 रन पर ऑलआउट हो गई।
दिमुथ करुणारत्ने ने कहा, “हमने काफी लंबे समय बाद अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन अचानक विकेट गिरने शुरू हो गए। लगातार विकेट गिरने के कारण हम बैकफुट पर चले गए। इस मैच में हमारे लिए बस ये ही एक नकारात्मक हिस्सा रहा। अन्यथा हमारी गेंदबाजी और फिल्डिंग काफी अच्छी रही।”
श्रीलंका के कप्तान ने कहा, “पहला मैच हारने के बाद खुद को सकारात्मक रख पाना आसान नहीं होता। हमारे पास इस कंडीशन में खेलने का अनुभव है, जिसने काफी मदद की। एक क्षेत्र जिसमें हमें सुधार की जरूरत है वो है मध्यक्रम में बल्लेबाजी। इंग्लैंड में विकेट काफी महत्व रखती है। अगर अफगानिस्तान के सलामी बल्लेबाज रन बनाते रहते तो 187 रन के स्कोर का बचाव कर पाना इतना आसान नहीं होता।
उन्होंने कहा, “उनके सलामी बल्लेबाज काफी अच्छा खेल रहे थे, लेकिन हमें पता था कि ये महज कुछ विकेट गिरने का सवाल है। एक बार विकेट मिलना शुरू हो गई तो हम उन्हें बैकफुट पर धकेल सकते हैं। हमें लगता है कि हम आगे भी जीत का सिलसिला कायम रख सकते हैं। हमें मध्य के ओवरों में अपनी बल्लेबाजी पर काम करने की जरूरत है।”
बता दें कि श्रीलंका को विश्वकप के अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड के सामने 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। जिसमें भी हर का कारण बल्लेबाजी ही बनी थी। ऐसे में अगर श्रीलंका को अगर टूर्नामेंट में बने रहना है तो जल्द से जल्द अपनी बल्लेबाजी में काम करके मजबूत टीमों के खिलाफ वापसी करनी होगी वरना ख़िताब जीत की राह श्रीलंका से दूर निकलती जाएगी।