5 दिनों से महज 3 घंट में समाप्त होने वाले आधिनुक क्रिकेट की चकाचौंध में विलुप्त होते क्रिकेट के असली खेल टेस्ट क्रिकेट को जिंदा रखने के लिए आईसीसी ने वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप कराने का ऐलान किया था। जिसकी शुरुआत 1 अगस्त से इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली एशेज सीरीज से होगी। ऐसे में विश्व क्रिकेट के टॉप-9 टेस्ट दर्जा प्राप्त क्रिकेट देश आपस में एक-दूसरे से दो साल तक भिड़ेंगे और अंत में जो भी दो टॉप टीमें होंगी उनके बीच फाइनल मुकाबला जून 2021 में खेला जाएगा।
ऐसे में हम आको बताएंगे आखिर दो साल के चक्र में टीम इंडिया कितने टेस्ट मैच खेलेगी और कहाँ-कहाँ पर टेस्ट मैच खेलते हुए वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फ़ाइनल तक का रास्ता तय करेगी।
आईसीसी को इस चैम्पियनशिप का आइडिया 2009 में आया। 2010 में इसे स्वीकृति दे दी गई। आईसीसी चाहती थी कि 2013 में इसकी शुरुआत हो जाए, मगर समीकरण ना बन पाने के कारण मामला टलता रहा, जिसके चलते अब इसका शंखनाद 1 अगस्त से होगा।
12 टेस्ट खेलने वाले देशों में से टॉप-9 टीमें ही इस चैम्पियनशिप में खेल सकती हैं। आयरलैंड और अफगानिस्तान को टूर्नामेंट में खेलने का मौका नहीं मिला। वर्ल्ड चैम्पियनशिप में सभी टीमें 6 सीरीज खेलेंगी। इनमें तीन सीरीज घरेलू और तीन विदेशी जमीन पर होंगी। एक सीरीज में कम से कम दो और ज्यादा से ज्यादा 5 टेस्ट खेले जा सकते हैं। लीग राउंड के खत्म होने के बाद जून 2021 में इंग्लैंड के ग्राउंड पर फाइनल खेला जाएगा।
इस कड़ी में टीम इंडिया 2021 तक 18 टेस्ट मैच खेलेगी। जिसमें 10 टेस्ट मैच घरेलू सरजमीं पर जबकि 8 टेस्ट मैच उसे घर से बाहर खेलने होंगे। जिसमें जारी प्रोग्राम के अनुसार भारत को विदेशी दौरों पर वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज खेलनी होगी। जबकि श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ भारत की एक भी टेस्ट सीरीज तय नहीं है। वहीं घरलू मैदानों में भारत को द. अफ्रीका, बांग्लादेश और इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज खेलनी होगी।
अंको का बंटवारा
सभी सीरीज के कुल 120 अंक होंगे। दो साल में एक टीम को ज्यादा से ज्यादा 720 अंक मिल सकते हैं। पांच टेस्ट की सीरीज में एक मैच के 24 अंक होंगे। चार टेस्ट की सीरीज में एक मैच के 30 अंक, तीन टेस्ट की सीरीज में एक मैच में 40 और दो टेस्ट की सीरीज में एक मैच के 60 अंक दिए जाएंगे। इस तरह जिन दो टीमों के सबसे ज्यादा अंक होंगे वो टीम फाइनल में खेलेंगी।
फाइनल ड्रा या टाई होने पर कैसे होगा निर्णय
आईसीसी विश्वकप 2019 की तरह अगर वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल भी ड्रा या टाई होता है तो इसमें सुपर ओवर का पार्व्ह्दान नहीं है। बल्कि उसकी जगह पर लीग स्टेज में टेबल पर टॉप करने वाली टीम को फाइनल का विजेता घोषित कर दिया जाएगा। ऐसे में जो भी टीम दूसरे स्थान पर होगी उसे चैम्पियनशिप पाने के लिए हर हाल में फाइनल मुकाबला जीतना होगा।