भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पिछले कुछ सालों में शानदार प्रदर्शन कर वर्ल्ड क्रिकेट में एक अलग पहचान बनाई है। पिछले 3 सालों में भारतीय महिला टीम बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 2 बार आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाने में सफल रही। हालांकि वह खिताब जीतने में कामयाब नहीं सकी। इस बीच कई भारतीय महिला खिलाड़ियों ने विदेशी लीग में अपना जलवा बिखेरा जिसमें हरमनप्रीत कौर, जेमिमाह रॉड्रिगेज और स्मृति मंधाना जैसी खिलाड़ी शामिल है।
ऐसे में जब भारतीय महिला टीम ने पिछले कुछ सालों क्रिकेट में नए आयाम स्थापित किए हैं तो कई लोग पुरुष खिलाड़ियों की तरह महिलाओं के आईपीएल की वकालत कर रहे हैं जिससे भारत में महिला क्रिकेट को और भी ज्यादा लोकप्रिय बनाया जा सके। यही नहीं, महिलाओं का आईपीएल प्रतिभाओं का तलाशने का एक बेहतरीन मंच भी बन सकती है।
भारत की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना का भी मानना है कि एक पूर्ण महिला इंडियन प्रीमियर लीग युवा प्रतिभाओं को तलाशने में काफी अंतर पैदा कर सकती है जिससे भारतीय टीम को अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी। युवा महिला बल्लेबाज ने इस दिशा में बीसीसीआई के प्रयास भी सराहना की।
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उन्होंने बीबीसी पोडकास्ट पर ‘द दूसरा’ में कहा, ‘‘बीसीसीआई ने काफी प्रयास किये हैं, पहले हमारे लिये दो साल पहले प्रदर्शनी मैच की तरह का महिला आईपीएल आयोजित किया, फिर इसके बाद तीन टीमों का बहुत सफल आईपीएल रहा। इस साल इसे चार टीमों के बीच होना था। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पूरा भरोसा है कि एक या दो साल के लिये आईपीएल की तरह के कई मैच आयोजित होंगे। भारतीय महिला क्रिकेट के लिये पांच या छह टीम का आईपीएल शानदार होगा, विशेषकर विश्व कप को देखते हुए।’’
उन्होंने साथ ही उम्मीद जतायी कि देश में महिला क्रिकेट में अभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जो अंतर है, वह जल्द ही खत्म हो जायेगा। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में महिला क्रिकेट काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है, विशेषकर घरेलू सर्किट में। लेकिन अंतरराष्ट्रीय और घरेलू सर्किट के टूर्नामेंट में काफी अंतर है और मुझे लगता है कि यह भी दो-तीन साल में खत्म हो जायेगा।’’
(With PTI Inputs)